महाराष्ट्र: मकाऊ के कैसीनो में जुआ खेल पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू !

संजय राउत के इस दावे के बाद कि चंद्रशेखर बावनकुले ने मकाऊ जाकर एक कैसीनो में जुआ खेला, आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है|बावनकुले समेत भाजपा के कई नेताओं के इन तस्वीरों पर सफाई देने के बाद अब संजय राउत ने भी इसके जरिए भाजपा पर निशाना साधा है| वह नासिक में पत्रकारों से बात कर रहे थे|

महाराष्ट्र: मकाऊ के कैसीनो में जुआ खेल पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू !

Maharashtra: Politics of accusation and counter-accusation begins on gambling in Macau's casino!

पिछले दो दिनों से राज्य के राजनीतिक गलियारों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की एक तस्वीर की चर्चा हो रही है|संजय राउत के इस दावे के बाद कि चंद्रशेखर बावनकुले ने मकाऊ जाकर एक कैसीनो में जुआ खेला, आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है|बावनकुले समेत भाजपा के कई नेताओं के इन तस्वीरों पर सफाई देने के बाद अब संजय राउत ने भी इसके जरिए भाजपा पर निशाना साधा है| वह नासिक में पत्रकारों से बात कर रहे थे|

संजय राऊत ने क्या कहा?: संजय राऊत ने चन्द्रशेखर बावनकुले का जिक्र करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। जब रावसाहेब डैनवेन समेत कुछ बीजेपी नेताओं ने उनसे इस पर स्पष्टीकरण मांगा तो राउत ने कहा, ”मैं कहां कह रहा हूं कि मकाऊ जाना अपराध है? लेकिन तुम छुप क्यों रहे हो? वहीं, चीन ने कैसीनो और पर्यटन के जरिए अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत किया। यदि बावनकुले यह देखने गया है, तो इसमें दोषी महसूस करने का क्या कारण है? आप खुलासे क्यों कर रहे हैं?”

“आपने मकाऊ के साथ क्या किया है?”: उन्होंने साढ़े तीन करोड़ रुपये उड़ा दिए होंगे, उनके पास पैसा है। स्वीकार करें और शांत रहें| उनके जैसे लोग रहस्योद्घाटन क्यों करते हैं? उसका दिमाग क्यों खा रहा है? आपने मकाऊ में क्या किया है?” संजय राउत ने भी ऐसा सवाल उठाया है|
अजित पवार गुट और शिंदे गुट को लेकर राउत का बड़ा दावा: इस बीच, संजय राउत ने दावा किया कि अजित पवार गुट और शिंदे गुट के विधायक-सांसद भविष्य में भाजपा में शामिल होंगे|मेरी सर्वोत्तम जानकारी के अनुसार, अजीत पवार समूह के अधिकांश विधायक और शिंदे समूह के लगभग सभी विधायक-सांसद भविष्य में भाजपा में शामिल होंगे। अगर भाजपा उन्हें उम्मीदवार बनाती है तो वह कमल के निशान पर चुनाव लड़ेंगे|क्योंकि अगर उन्हें धनुष-बाण मिल भी जाए तो अब कोई भी उन्हें धनुष-बाण पर वोट नहीं देगा|

और अगर कल अजित पवार समूह को भी मौका मिल गया तो भी चुनाव वहीं होंगे जहां शरद पवार हैं।राऊत ने यह भी कहा कि उन्हें कमलाबाई की आड़ में छिपना होगा और चुनाव लड़ना होगा।मेरी समझ से जिन लोगों ने शरद पवार, उद्धव ठाकरे को छोड़ा उनमें से ज्यादातर लोगों को नुकसान होगा|महाराष्ट्र में गद्दारों को स्वीकार करने की मानसिकता नहीं है|उन्होंने कहा, लोग चुनाव का इंतजार कर रहे हैं|

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