चूंकि विधानसभा चुनाव कुछ ही महीने दूर हैं, इसलिए महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। लोकसभा चुनाव में बड़ी सफलता के बाद शरद पवार की पार्टी एनसीपी विधानसभा की तैयारी में जुट गई है| पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने संगठनात्मक ढांचे पर जोर दिया है| जहां आज पूर्व विधायक बाबाजानी दुर्रानी ने अजित दादा की पार्टी एनसीपी से छुट्टी ले ली है, वहीं बिहार में एक और नेता ने पार्टी पर तगड़ा प्रहार किया है| राहत कादरी शरद पवार की पार्टी NCP में शामिल हो गए हैं|
बिहार में अजित पवार की एनसीपी हार के कगार पर: अजित पवार की एनसीपी बिहार में हार के कगार पर है। बिहार राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष राहत कादरी अजित पवार की पार्टी एनसीपी छोड़कर शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हो गए हैं| एक तरफ अरुणाचल प्रदेश में अजित पवार की पार्टी एनसीपी का विधायक चुना गया और पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में आगे बढ़ने लगी| हालांकि, अब शरद पवार ने कादरी को अपनी ओर खींचकर अजित पवार को झटका दे दिया है|
बाबाजानी दुर्रानी भी शरद पवार की एनसीपी में शामिल: बाबाजानी दुर्रानी आज अजित पवार की एनसीपी छोड़कर शरद पवार की एनसीपी में शामिल हो गए। छत्रपति संभाजी नगर में दुर्रानी की पार्टी में एंट्री एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में हुई| इस अवसर पर घनसावंगी विधायक राजेश टोपे भी उपस्थित थे| पार्टी में शामिल होने के बाद दुर्रानी ने कहा, बाबाजानी दुर्रानी ने कहा, 10 साल में देश में जातिवाद फैलाया|
आज मुस्लिम समुदाय शरद पवार को आदर की दृष्टि से देखता है। जब तक देश में बदलाव नहीं होगा, आपकी उम्र लंबी हो| मुझे इस बात का भी अफ़सोस है कि मैंने साहब को क्यों छोड़ दिया? लोकसभा चुनाव जनता ने भाजपा के खिलाफ किया था| शरद पवार के नेतृत्व में राज्य में सत्ता परिवर्तन होगा| हम जहां भी थे अंदर शरद पवार के साथ थे और उनकी मदद भी की| मुस्लिम समुदाय के उलेमाओं का दबाव था कि शरद पवार को उनके समूह के साथ रहना चाहिए|
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