उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे विवाद पर आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर एनसीपी नेता अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने उद्धव ठाकरे और संजय राउत द्वारा एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का इस्तीफा मांगने पर सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि यह कोई अटल बिहारी वाजपेयी का जमाना थोड़े है। बता दें कि इससे पहले भी अजित पवार महाविकास अघाड़ी के लाइन से हटकर बयान देते रहे हैं। जिसके बाद कई तरह के कयास लगते रहे हैं। हालांकि अब अजित पवार ने एक बार फिर एकनाथ शिंदे सरकार के समर्थन में अपनी बात कही है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि अजित पवार महाविकास अघाड़ी में विपक्ष के नेता हैं,इसके बावजूद अजित पवार का यह बयान चर्चा में है।
बता दें कि एक दिन पहले यानी गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे सहित 15 विधायकों को अपात्र घोषित करने से इंकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि इस पर महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर ही फैसला ले सकते हैं। यह हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे गुट के एक दो फैसलों पर भी सवाल उठाया और इस पूरे विवाद को बड़ी बेंच को भेजने की बात कही। बता दें कि यह गुरूवार को महाराष्ट्र में उद्धव और शिंदे गुट में उपजे विवाद ही सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने की थी। जबकि अब यह मामले सात जजों की बेंच को भेजा जाएगा। हालांकि कोर्ट के फैसले से शिंदे सरकार की सेहत पर कोई आंच नहीं आई,लेकिन उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने नैतिकता के आधार पर राज्य सरकार से इस्तीफे की मांग की।
जिस पर एनसीपी के नेता अजित पवार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी शिंदे सरकार का इस्तीफा मांगा जा रहा है जो गलत है,इसकी कोई जरुरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि कोई सपने में भी ब्याह न सोचे कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस इस्तीफा देने वाले हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह कोई पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जमाना नहीं है। उस जमाने और आज के जमाने में बहुत बड़ा फर्क है।
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