बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी इसपर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोला है। अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा, “ईंधन की कीमतों के बारे में बोलने वाली ममता बनर्जी ने पिछले एक साल में पेट्रोल और डीजल दोनों पर राज्य के करों में तेजी से वृद्धि की थी, जबकि केंद्र ने इसमें कोई वृद्धि नहीं किया था। अब जब केंद्र ने उत्पाद शुल्क में कटौती की है, तो क्या वह राज्य शुल्क कम कर करेंगी और दीपावली पर पश्चिम बंगाल के लोगों को ये खुशी देंगी?”
Mamata Banerjee, who spoke eloquently about fuel prices, had in the last one year increased State levies on both petrol and diesel sharply, while the Center had not. Now that the Center has slashed excise, will she reduce State levies and make Deepawali happy for West Bengal?
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 4, 2021
राज्य सरकारों द्वारा कीमतों में की गई कटौती
असम: 7 रुपये
त्रिपुरा: 7 रुपये
मणिपुर: 7 रुपये
कर्नाटक: 7 रुपये
गोवा: 7 रुपये
गुजरात: 7 रुपये
उत्तर प्रदेश: 7 रुपये
उत्तराखंड: 2 रुपये
उन्होंने ट्वीट में कहा है कि राजस्थान , दिल्ली , महाराष्ट्र ,पश्चिम बंगाल , तेलंगाना , तमिलनाडु राज्यों की सरकारों ने पेट्रोल -डीजल में कटौती नहीं की है। उन्होंने ट्वीट, ”केंद्र द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद भाजपा और एनडीए शासित राज्य सरकारों ने भी ईंधन पर वैट कम कर दिया है। लेकिन दिल्ली, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु की राज्य सरकारों ने नहीं किया। क्या इन राज्यों में रहने वाले लोग राहत के पात्र नहीं हैं?
After Center slashed excise on petrol and diesel, BJP and NDA ruled State governments have also reduced VAT across fuels. However opposition ruled Delhi, WB, Rajasthan, Telangana, Maharashtra, Punjab, TN among others haven’t.
Don’t people living in these States deserve respite?
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 3, 2021