केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने पुणे यात्रा के दौरान मोदी @20 पुस्तक के विमोचन में भाग लिया था। कार्यक्रम में अपने भाषण में अमित शाह ने यूपीए सरकार और उद्धव ठाकरे की आलोचना की। अमित शाह ने यह भी बयान दिया है कि उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद पाने के लिए कांग्रेस-एनसीपी के हाथ चाटे। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे को शिवसेना का नाम और धनुष-बाण मिलना सच्चाई की जीत है।
अमित शाह ने कहा कि हमारे गठबंधन को बड़ी जीत मिली है। एकनाथ शिंदे की शिवसेना को नाम और पार्टी चिन्ह दोनों मिला है। एक बार जोर से ताली बजाकर उनका अभिनंदन करें। झूठ के आधार पर तिरस्कृत लोगों को अब सच समझ आ गया है। मैं 2019 के चुनाव में बीजेपी का अध्यक्ष था। उस समय हम चुनावी गठबंधन के तौर पर लड़े थे। उन्होंने अपनी फोटो से बड़ी मोदी की फोटो लगाकर हमारे साथ चुनाव लड़ा। अमित शाह ने उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें आज सच समझ आ गया है।
चुनाव में जीत और हार दोनों ही होते हैं। लेकिन जो हमें धोखा देते हैं हम उन्हें कभी माफ नहीं करना चाहते। धनुष-बाण चिन्ह प्राप्त करने के बाद मैंने एकनाथ शिंदे का भाषण सुना, एक पत्रकार ने पूछा कि धनुष-बाण मिल गया.. तो उन्होंने कहा कि धनुष-बाण नहीं मिला। एनसीपी और कांग्रेस पर जो कर्ज बकाया था, उसे हमने सुलझा लिया। अमित शाह ने कहा है कि उनकी टिप्पणी बहुत उपयुक्त थी।
उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब की विचारधारा और शिवसैनिकों के साथ भी विश्वासघात किया है। अमित शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे को यह कहकर माफ़ नहीं किया जाना चाहिए। साल 2004 से 2014 की अवधि में देश में सरकार नीति से पंगु हो गई थी। यह सरकार ऐसी थी कि हर मंत्री अपने को प्रधानमंत्री मानता था और प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने को कोई तैयार नहीं था। आतंकवादी हम पर रोज हमले करने लगे। सेना के जवानों को परेशान किया जा रहा था। विदेशों में भी हमारे देश के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का कोई सम्मान नहीं था। जब 2014 के चुनाव शुरू हुए, तब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे। उस समय मोदी लहर आई और पूरे देश ने मोदी को चुन लिया। अमित शाह ने यह भी कहा है कि 2014 में जब से बीजेपी सरकार सत्ता में आई है, देश में कई अच्छे बदलाव हुए हैं।
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