राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद देशभर से बड़ी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं| एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव जोरों पर है, वहीं राज्य के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। दिल्ली शराब घोटाले और कथित घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को रात करीब 9 बजे अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया।
इस गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी रातों-रात सुप्रीम कोर्ट चली गई, लेकिन 22 मार्च को केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका वापस ले ली और हाई कोर्ट में लड़ने का रुख किया| इन सबकी पृष्ठभूमि में यह सवाल खड़ा हो गया है कि आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार को वास्तव में कौन चलाएगा और कैसे चलाएगा। क्योंकि अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार होने वाले पहले आप नेता नहीं हैं, उनसे पहले उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन भी हिरासत में हैं।
बड़े नेता जेल में, पार्टी कौन चलाएगा?: अरविंद केजरीवाल की पार्टी के सभी बड़े नेता जेल में हैं, ऐसे में अब पार्टी कौन चलाएगा, दिल्ली सरकार कैसे चलेगी ये बड़ा मुद्दा है| आम आदमी पार्टी की दूसरी कतार अब आगे आ रही है| अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से लोकसभा चुनाव प्रचार पर असर पड़ना तय है| क्योंकि केजरीवाल हमारे स्टार प्रचारक हैं| आम आदमी पार्टी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और गुजरात में चुनाव प्रचार शुरू करने वाली थी,लेकिन उससे पहले ही पार्टी को बड़ा झटका लगा है|
पत्नी सुनीता केजरीवाल संभालेंगी कमान?: अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अब पार्टी की कमान संभालने के लिए एक और लाइन को सक्रिय करना होगा| ऐसे में जिन नेताओं का नाम सामने आ रहा है उनमें अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, केजरीवाल की वरिष्ठ मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम शामिल है|
अरविंद केजरीवाल पर आरोप?: अरविंद केजरीवाल पर शराब घोटाले का आरोप है। ईडी की जांच के मुताबिक आम आदमी पार्टी के पास 338 करोड़ रुपये आए| मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद जब उनकी जमानत पर बहस हुई तो सुप्रीम कोर्ट में कुछ अहम रिकॉर्ड पेश किए गए| इसमें ईडी ने 338 करोड़ के मनी ट्रेल का मुद्दा उठाया था| पार्टी प्रमुख के रूप में अरविंद केजरीवाल की जांच होनी चाहिए। ये बात ईडी ने उस वक्त कही थी| इस मामले में ईडी ने केजरीवाल को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था|
1) उत्पाद शुल्क (उत्पादन शुल्क) घोटाले में आरोपी इंडोस्पिरिट के निदेशक समीर महेंद्रू पर भी इस मामले में गाज गिरी थी| उस वक्त उनकी मुलाकात फेस टाइम ऐप के जरिए अरविंद केजरीवाल के करीबी विजय नायर ने कराई थी। उस वक्त केजरीवाल ने ही कहा था कि विजय नायर उनके आदमी हैं और उन पर भरोसा करते हैं|
2) नई शराब नीति को लेकर अरविंद केजरीवाल के घर पर बैठक हुई|
3) प्रतिशत का मामला मनीष सिसोदिया के तत्कालीन सचिव सी अरविंद की पूछताछ में सामने आया था| उत्पाद कर नीति को 6 प्रतिशत लाभ से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया। इस उत्पाद कर नीति को तय करने में अरविंद केजरीवाल की प्रमुख भूमिका रही|
4) नई शराब नीति को लेकर कैबिनेट की बैठक खुद मुख्यमंत्री ने बुलाई|ईडी इन मुद्दों की जांच कर रही है|
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