​अतीक अहमद की हत्या: ओवैसी ने कहा, ‘बंदूक भी चला सकता हूं’, ‘वह पेशेवर…’

इस बीच इस घटना से उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है| साथ ही देश भर के अन्य नेता उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में सबसे आगे हैं AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी।

​अतीक अहमद की हत्या: ओवैसी ने कहा, ‘बंदूक भी चला सकता हूं’, ‘वह पेशेवर…’

Atiq Ahmed's murder: Owaisi said, 'I can even shoot a gun', 'He is a professional...'

पिछले कई महीनों से शहर में चर्चा का विषय रहे उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। चौंकाने वाली बात यह है कि हमलावरों ने उन दोनों पर गोलियां चला दीं, जो पुलिस और मीडिया प्रतिनिधियों से घिरे हुए थे। दोनों वहीं मारे गए। पुलिस ने इस हत्याकांड में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

इस बीच इस घटना से उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है| साथ ही देश भर के अन्य नेता उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में सबसे आगे हैं AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी।

इस न्यूज एजेंसी ANI पर असदुद्दीन ओवैसी ने अपना रिएक्शन दिया| ओवैसी ने कहा, क्या आप जानते हैं कि कौन इतना करीब जाकर गोली मारता है? आपको यह देखना चाहिए कि वे किस तरह अपनी बंदूकें चलाते हैं। देखिए वो किस तरह से शूट करते हैं। उन्होंने हाथ नहीं मिलाया। मैं बंदूक भी चला सकता हूं, मैंने भी विशेषज्ञ से निशानेबाजी का प्रशिक्षण लिया है।’ मैंने आत्मरक्षा के लिए बंदूक चलाने का प्रशिक्षण लिया। जिस तरह से उसने अतीक को मारा, शूटिंग के दौरान उनका हाथ नहीं हिला, उनकी टकटकी भी स्थिर थी। उनका लक्ष्य निर्धारित किया गया था। क्योंकि वे पेशेवर हत्यारे थे, और यह एक नृशंस हत्या है।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस हत्याकांड में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की भूमिका और भूमिका की जांच की जानी चाहिए कि हत्यारे कौन थे| ये लोग पुलिस के सामने, मीडिया की मौजूदगी में, टीवी पर लाइव हत्या करते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच होनी चाहिए।
कोर्ट जाकर कैसे मिलेगा इंसाफ?-ओवैसी: इस बीच ओवैसी ने इस मर्डर केस पर ट्विटर के जरिए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की| ओवैसी ने ट्वीट कर कहा है कि, ‘जिस समाज में हत्यारों को हीरो समझा जाता है, वहां कोर्ट जाकर आप न्याय कैसे पा सकते हैं? हमें ऐसे समाज में न्याय प्रणाली की आवश्यकता क्यों है? अतीक और उसका भाई अशरफ दोनों पुलिस हिरासत में थे। उन्हें हथकड़ी भी लगाई गई थी। लेकिन जय श्रीराम के नारे लगाते हुए उनकी हत्या कर दी गई। योगी सरकार के प्रदेश में कानून व्यवस्था फेल हो चुकी है| जो लोग मुठभेड़ के बाद जश्न मनाना चाहते हैं, वे हत्या के लिए जिम्मेदार हैं|”
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