बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ शुरू हुए छात्रों के आंदोलन से बांग्लादेश में अराजकता जैसी स्थिति पैदा हो गई है| प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास में तोड़फोड़ की। एक रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश के खुलना प्रांत के मेहरपुर में एक इस्कॉन मंदिर में आग लगा दी गई है|मंदिर के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने बताया कि इस आगजनी से कुछ मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गईं|
एक रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में पिछले 24 घंटों में राजनीतिक अस्थिरता फैल गई है|बताया जाता है कि मंदिरों को भी निशाना बनाया गया है। इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने घटना की पुष्टि की है|उन्होंने कहा, मेहरपुर में हमारे इस्कॉन मंदिर में आग लगा दी गई है|मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की तीन मूर्तियां जल गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस मंदिर में तीन श्रद्धालु रहते थे, वे किसी तरह मंदिर से भागने में सफल रहे|
शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की आशंका है। यह भी भविष्यवाणी की गई है कि हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया जाएगा। युधिष्ठिर गोविंद दास के अनुसार, चटगांव में तीन मंदिर खतरे में थे। लेकिन हिन्दू नागरिकों और उनके साथ कुछ स्थानीय मुस्लिम नागरिकों ने इन मंदिरों की रक्षा की।
युधिष्ठिर दास ने बांग्लादेश पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन से मदद मांगी,लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला|उन्होंने दावा किया कि सुरक्षा बल सादे कपड़ों में भाग गये|“वर्तमान में कई हिंदुओं के मन में डर का माहौल है।दास ने कहा वे यहां असुरक्षित महसूस करते हैं और त्रिपुरा या पश्चिम बंगाल जाने की तैयारी कर रहे हैं”,वही दूसरी ओर बांग्लादेश में हालात सुधारने के लिए सेना पूरी कोशिश कर रही है|
बांग्लादेश में मंदिर खतरे में?: बांग्लादेश में हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के नेता काजोल देवनाथ ने समाचार एजेंसी को बताया कि सोमवार को आंदोलन शुरू होने के बाद बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमला किया गया, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
यह भी पढ़ें-
बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना का इस्तीफा: देश अस्थिरता की राह पर?