बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना शुक्रवार (14 नवंबर)सुबह 8 बजे शुरू हुई और शुरुआती रुझानों में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक अलायंस (NDA) स्पष्ट बढ़त बनाता दिख रहा है। सुबह 10.50 बजे तक मिले रुझानों के अनुसार एनडीए 190 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि महागठबंधन 50 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अकेले 80 सीटों पर आगे है और शुरुआती चरण में ही 50 का आंकड़ा पार कर चुकी है। जदयू भी मजबूत प्रदर्शन कर रही है और 84 सीटों पर आगे बताई जा रही है।
चुनाव प्रक्रिया के बीच विपक्षी नेताओं ने एक बार फिर मतदाता सूची में धांधली और ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप दोहराए हैं। दिग्विजय सिंह के गंभीर आरोप, “जो शक था, वही हुआ” कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने बिहार में चुनावी प्रक्रिया पर गहरी शंका जताते हुए कहा, “जो मेरा शक था वही हुआ। 62 लाख वोट कटे, 20 लाख वोट जुड़े। उसमें से 5 लाख वोट बिना SIR फॉर्म भरे बढ़ा दिए गए। अधिकांश वोट गरीबों, दलितों और अल्पसंख्यक वर्ग के कटे। उस पर ईवीएम पर तो शंका बनी हुई है। @INCIndia को अपने संगठन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। आज का चुनाव मतदान केंद्र पर सघन जनसंपर्क का है, ना कि रैली व जनसभा का। विजयी प्रत्याशियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।”
वहीं 3 घंटे पर उन्होंने बिहार चुनाव को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था, “बिहार चुनाव में एक तरफ़ है डबल इंजन सरकार द्वारा जनता से लिया गया धन और प्रशासनिक तंत्र, और दूसरी तरफ है बिहार की जनता, खासकर युवाओं का जनसैलाब। देखते हैं कौन जीतता है। जय सिया राम।”
इसी बीच कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया है की, “यह लड़ाई पार्टियों की नहीं, जनता बनाम ज्ञानेश कुमार की है” कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग पर सीधे तौर पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “जैसा कि मैंने कहा था, शुरुआती रुझान ही दिखा रहे हैं कि ग्यानेश कुमार बिहार की जनता के खिलाफ सफल होते दिख रहे हैं। यह लड़ाई भाजपा, कांग्रेस, राजद और जदयू की नहीं है। यह ग्यानेश कुमार बनाम भारत की जनता की लड़ाई है।”
विपक्ष के दोनों नेताओं के बयान बताते हैं कि चुनावी प्रक्रिया को लेकर संदेह और राजनीतिक टकराव मतगणना के दिन भी जारी है।
तेजस्वी यादव राघोपुर में पीछे:
महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से पीछे चल रहे हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार तेजस्वी यादव को अब तक 10,957 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा के सतीश कुमार 12,230 वोटों के साथ बढ़त बनाए हुए हैं। राघोपुर यादव परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है, इसलिए यह रुझान विपक्ष के लिए झटका माना जा रहा है।
तेज प्रताप यादव महुआ में बुरी तरह पीछे
राजद से बगावत कर जेडी(डी) के टिकट पर लड़ रहे तेज प्रताप यादव महुआ सीट पर काफी पीछे चल रहे हैं। एलजेपी (राम विलास) के संजय कुमार सिंह 12,897 वोटों के साथ आगे हैं, जबकि तेज प्रताप मात्र 2,121 वोटों पर सीमित हैं—यानी शुरुआती राउंड में ही 10,000 से अधिक वोटों का फासला बन चुका है।
बिहार की मतगणना अभी जारी है और अंतिम तस्वीर आने में समय लगेगा, लेकिन शुरुआती ट्रेंड्स में एनडीए आरामदायक बढ़त बनाए हुए है। विपक्षी दल इसे चुनावी गड़बड़ी का नतीजा बता रहे हैं, जबकि सत्ता पक्ष इसे जनता के समर्थन का प्रमाण मान रहा है।
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