विधान परिषद चुनाव में तीनों दलों पर भारी पड़ी भाजपा

6 में से चार सीटों पर बीजेपी का कब्जा,नागपुर-अकोला सीट भी जीती

 विधान परिषद चुनाव में तीनों दलों पर भारी पड़ी भाजपा

file photo

महाराष्ट्र विधान परिषद की रिक्त हुई 6 सीटों में चार पर पहले ही निर्विरोध चुनाव हो गए थे। जिन दो सीटों नागपुर और अकोला सीट के लिए मतदान हुए थे, इन दिनों सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। अकोला स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के वसंत खेण्डेलवाल ने 443 वोट हासिल कर शिवसेना के गोपीकिसान बाजोरिया (334) को पराजित कर दिया है जबकि नागपुर सीट से पूर्व मंत्री भाजपा उम्मीदवार चंद्रशेखर बावनकुले को जीत मिली है। यहाँ अंतिम समय मे कांग्रेस उम्मीदवार भोयर के पीछे हटने के बाद कांग्रेस ने निर्दलीय उम्मीदवार मंगेश देशमुख को समर्थन दिया था पर इससे कांग्रेस को कोई लाभ नहीं हुआ और पराजय का सामना करना पड़ा। बावनकुले को प्रथम वरीयता के 362 वोट मिले जबकि देशमुख 186 वोट हासिल कर सके।

फुट गए आघाडी के 96 वोट
भाजपा नेता आशीष शेलार ने दावा किया कि विधानपरिषद की नागपुर व अकोला सीट के चुनाव में महा आघाडी के 96 वोट टूट गए। उन्होंने कहा कि मुंबई और धुले में उम्मीदवारी वापस न ली होती तो वहाँ भी यही हाल होता।
दो सीटों पर निर्विरोध
इसके पहले धुले-नंदुरबार सीट से भाजपा के अम्बरीष पटेल निर्विरोध चुने गए थे। जबकि मुंबई की स्थानीय प्राधिकारी सीट से भाजपा उम्मीदवार राजहंस सिंह भी निर्विरोध विधान परिषद के लिए गए थे। विधानपरिषद की रिक्त हुई 6 सीटों में दे चार पर भाजपा ने कब्जा जमाया है जबकि एक-एक सीट पर कांग्रेस और शिवसेना के उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं। कोल्हापुर से कांग्रेस उम्मीदवार राज्य के गृह राज्यमंत्री सतेज पाटिल और मुंबई सीट से शिवसेना के सुनील शिंदे निर्विरोध चुने गए थे। जिन दो सीटों पर मतदान की नौबत आई वहाँ कांग्रेस, शिवसेना व एनसीपी के एकजुट होने के बावजूद अकेली भाजपा उन्हें हराने में कामयाब रही। अकोला सीट से चुनाव हारने वाले बाजोरिया इस सीट से तीन बार विधानपरिषद के लिए चुने गए थे पर इस बार उन्हें भाजपा उम्मीदवार के हाथों पराजित होना पड़ा।
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