अगरतला। त्रिपुरा से भाजपा के लिए अच्छी खबर है। यहां स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा ने 20 सीट में से 7 सीटों पर निर्विरोध जीत दर्ज की है। बताया जा रहा है कीं 5 सीटों पर विपक्षी दलों की और नामांकन दाखिल नहीं किया गया। वहीं, दो सीटों पर बीजेपी के अलावा कोई दूसरा उम्मीदवार ही नहीं उतरा।
बुधवार को स्थानीय निकाय चुनावों के लिए नामांकन का आखिरी दिन था, लेकिन इन सीटों पर विपक्षी नेताओं की ओर से पर्चा ही नहीं दाखिल किया गया। विपक्ष का कहना है कि कमालपुर, खोवाई, मोहनपुर, जिरानिया, रानिरबाजार जैसी सीटों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की हिंसा के चलते दूसरे लोग पर्चा ही नहीं दाखिल कर सके। त्रिपुरा में टीएमसी के संयोजक सुबल भौमिक ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग से कई बार अपील किए जाने के बाद भी विपक्षी नेताओं को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि भाजपा से जुड़े गुंडों ने पुलिस के सामने ही विपक्षी नेताओं को धमकियां दीं, लेकिन वे मूकदर्शक बने रहे।
हालांकि विपक्षी दलों के आरोपों को निर्वाचन आयोग ने खारिज किया है। चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य में स्थानीय निकाय के चुनावों में 829 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया है, जो अलग-अलग राजनीतिक दलों से जुड़े हुए हैं। अकेले अगरतला नगर निगम से ही 212 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया है, जिनमें से 13 उम्मीदवार निर्दलीय भी हैं। बता दें कि त्रिपुरा में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी सक्रिय हुई थी , लेकिन, वह भी स्थानीय निकाय चुनाव में नजर आई। जबकि सीपीएम का यही हाल है।