मुंबई। महाराष्ट्र के पंढरपुर-मंगलवेढा विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा के समाधान आवताडे ने तीन दलो के गठबंधन महा विकास आघाडी के उम्मीदवार भगीरथ भालके को 3716 वोटों से पराजित कर दिया है। सत्ताधारी तीन दलो की ताकत और सहानुभूति की लहर भी काम नहीं आई। इस चुनाव परिणाम के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं।
राज्य में तीन दलो के बेमेल गठबंधन वाली सरकार बनने के बाद पहली बार महा विकास आघाडी और अकेली भाजपा के बीच चुनावी मुकाबला था। एनसीपी विधायक भारत भालके के निधन से रिक्त हुई सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव में एनसीपी ने भारत भालके के पुत्र भगीरथ भालके को उम्मीदवार बनाया था।
यह सीट बचाये रखने के लिए एनसीपी ने पूरी ताकत झोंक दी थी। एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष व जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने पंढरपुर में डेरा डाल रखा था। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी पूरी ताकत लगाई थी। पहली बार तीनो दल अपनी राजनीतिक विचारधारा को तिलांजलि देकर एक साथ मिलकर भाजपा का मुकाबला कर रहे थे। पर भाजपा के हाथों उन्हें बुरी तरह पराजित होना पड़ा है।
शिवसेना को दूसरों की शादी में नाचने की आदत
उपचुनाव में मिली हार की बजाय पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की जीत पर खुशी मना रही शिवसेना पर भाजपा विधायक गोपीनाथ पडलकर ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि दूसरों की शादी में नाचने की शिवसेना की पुरानी आदत है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि यह जीत राज्य की महा विकास आघाडी के खिलाफ गुस्से का परिचायक है।