बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने अपने जन्मदिन पर बड़ा ऐलान किया| मायावती ने ऐलान किया है कि 2024 के आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए बसपा किसी भी राजनीतिक दल से हाथ नहीं जोड़ेगी, बल्कि इन चुनावों को अपने दम पर लड़ेगी|
इसके अलावा लखनऊ स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में मायावती ने कांग्रेस पर भ्रम पैदा करने का भी आरोप लगाया| और कहा कि उनकी पार्टी ने उत्तर प्रदेश और पंजाब में मोर्चे के तौर पर चुनाव लड़ा था लेकिन नतीजे और अनुभव अच्छे नहीं रहे. लिहाजा अब बसपा अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रही है। कांग्रेस और कुछ अन्य पार्टियां हमारे साथ गठबंधन करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन हमारी विचारधारा अन्य पार्टियों से अलग है|
Something is wrong with EVM, some are sabotaging it, during ballot paper time, our number of seats & percentage of votes used to increase in all polls. Polls must be conducted with ballot paper again: Mayawati, BSP Chief pic.twitter.com/9GkM2aLfiP
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2023
इस समय, मायावती ने मांग की कि आगामी चुनाव मतपत्रों के माध्यम से होने चाहिए। पिछले कुछ सालों में EVM वोटिंग को लेकर लोगों के मन में कई तरह की शंकाएं पैदा हो गई हैं| इसलिए बसपा ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार से मांग की है कि आगामी चुनाव इसी बैलेट पेपर से कराए जाएं|
ईवीएम में कुछ गड़बड़ है, कुछ लोग इससे छेड़छाड़ कर रहे हैं| मतपत्र के समय हमारी सीटों की संख्या और कुल मतों का प्रतिशत बढ़ जाता। दोबारा बैलेट पेपर से मतदान कराना होगा।
मायावती ने कहा कि बसपा को आगे बढ़ने से रोका जा रहा है| आरक्षण के प्रति सभी सरकारों का रवैया क्रूर रहा है। आरक्षण को लेकर भाजपा भी कांग्रेस के नक्शेकदम पर चल रही है। इसका असर उत्तर प्रदेश के स्थानीय चुनावों पर देखने को मिला है। समाजवादी पार्टी की सरकार में भी प्रमोशन आरक्षण खत्म कर दिया गया था। इतना ही नहीं सपा सरकार में 17 ओबीसी जातियों को लेकर असंवैधानिक काम किया गया।
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