CAA​ क्यों लागू किया जाना चाहिए?; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा?

CAA​ क्यों लागू किया जाना चाहिए?; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा?

Pm-narendra-modi-on-uniform-civil-code

​​​प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ​समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर स्पष्ट टिप्पणी की है​|​संविधान की भावना है कि समान नागरिक कानून लागू हो​|​यह संविधान में ही लिखा है​, लेकिन अभी भी इस कानून को लागू नहीं किया जा सका है​|​तो जिन लोगों ने इस कानून को लागू नहीं किया​|​उनसे सवाल पूछा जाना चाहिए​|​अगर देश चलाना है तो देश में समान नागरिक कानून होना चाहिए या नहीं? ये सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूछा है​|​

​प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में बेबाक बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने देश के मौजूदा हालात पर टिप्पणी की| इस बार उनसे समान नागरिक संहिता के बारे में पूछा गया|उन्होंने कांग्रेस की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हमें समान नागरिक कानून की आवश्यकता क्यों है? ये समझाया|समान नागरिक संहिता कब लागू होगी? मैं आश्चर्यचकित हूं। 75 साल बाद मीडिया ने ये सवाल क्यों पूछा? तुमने उससे पहले क्यों नहीं पूछा? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की आजादी के बाद हर सरकार और प्रधानमंत्री को ये सवाल पूछना चाहिए था|

गोवा में कोई समस्या नहीं, तो देश में कैसे होगी?: सुप्रीम कोर्ट 2500 बार दोहरा चुका है कि सरकार को यूसीसी (समान नागरिक संहिता) पर कदम उठाना चाहिए। तो आपको कांग्रेस से जवाब मांगना चाहिए| मैं उन लोगों से कहता हूं जो यूसीसी के खिलाफ आवाज उठाते हैं, जरा गोवा को देखें। यूसीसी आजादी के बाद से ही वहां मौजूद है। गोवा में अल्पसंख्यकों की संख्या सबसे अधिक है। गोवा में अभी भी कोई समस्या नहीं है|

​​सभी खुशी से रह रहे हैं|गोवा तेजी से विकास कर रहा है​|​ इसलिए आज सभी राज्यों को लगता है कि अगर समान नागरिक कानून से गोवा में खुशी है तो हमारे राज्य में क्यों नहीं? प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इसीलिए हम समान नागरिक संहिता लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इसलिए लोगों का आशीर्वाद मांग रहे हैं: हम अपने एजेंडे में कहते रहे हैं कि जब हम सत्ता में आएंगे तो समान नागरिक संहिता लागू करेंगे। अब इस पर कैसे आगे बढ़ना है, कैसे रास्ता निकालना है, हम स्थिति के अनुसार कर रहे हैं। जैसे हम देश की एकता के लिए संविधान को वहां ले आए जहां वह नहीं था, वैसे ही हमारी प्रतिबद्धता भी है। यह प्रतिबद्धता हमारी राजनीतिक विचारधारा नहीं है​|​ यह संविधान की भावना का हिस्सा है​|​

​संविधान की आत्मा यूसीसी की बात कर रही है|देश का सुप्रीम कोर्ट यूसीसी की बात कर रहा है|देश की संवैधानिक संस्थाओं ने जो कहा है, हम उसे करने के रास्ते तलाश रहे हैं।मोदी ने कहा, इसलिए हम लोगों का आशीर्वाद मांग रहे हैं।

यह भी पढ़ें-

विधायक किरण सरनाईक के परिवार की गाड़ी ​की​ भीषण सड़क दुर्घटना, पांच की मौत​!

Exit mobile version