केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा चुनाव चिन्ह ‘धनुष बाण’ को फ्रीज करने का अस्थाई आदेश देने के बाद शिवसेना के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है| इसके बाद शिवसेना सांसद अनिल देसाई ने प्रतिक्रिया दी है कि देसाई ने कहा कि आयोग का यह फैसला अप्रत्याशित है। यह निर्णय समझ से बाहर है। देसाई ने कहा है कि आयोग को पहले प्रतीक के बारे में बात करने का मौका देना चाहिए। उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में आज होने वाली पदाधिकारियों की बैठक में चुनाव चिन्ह को लेकर लड़ाई की भविष्य की दिशा तय की जाएगी| देसाई ने कहा है कि पार्टी प्रमुख इस संबंध में फैसला लेंगे।
आयोग का यह फैसला ठाकरे समूह के लिए एक झटका है और संभावना है कि इसके खिलाफ अदालत में अपील की जाएगी| इस बीच शिंदे समूह आरोप लगा रहा है कि शिवसेना ने फर्जी हलफनामा दाखिल किया है| देसाई ने कहा है कि यह आरोप झूठा है। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने चुनाव चिन्ह पर रोक लगाने के आयोग के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह जीत दिखाएंगे।
चुनाव आयोग कार्यालय में चार घंटे की बैठक के बाद शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर रोक लगाने का फैसला लिया गया| दोनों समूहों को पार्टी के मूल नाम शिवसेना का उपयोग करने पर भी रोक है। इसलिए, दोनों समूहों को अपनी पार्टी के लिए एक नया नाम और एक नया चुनाव चिन्ह चुनना होगा। साथ ही 10 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे तक नाम और चिन्ह के तीन विकल्प आयोग को सौंपने का भी आदेश दिया गया है| इस बीच सोशल मीडिया पर प्रतीक त्रिशूल, उगते सूरज, मशाल को लेकर काफी चर्चा हो रही है।