​केंद्र​ की​ ​कार्रवाई​: PFI ने संगठन को भंग करने का ​लिया ​फैसला​ ?

पीएफआई की स्थापना करने वाले कुछ सदस्य स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के सदस्य हैं। यह भी पता चला है कि यह संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़ा है। ये दोनों प्रतिबंधित आतंकी संगठन हैं।

​केंद्र​ की​ ​कार्रवाई​: PFI ने संगठन को भंग करने का ​लिया ​फैसला​ ?

Action of the Center: PFI took the decision to dissolve the organization?

केंद्र सरकार ने ​​पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया या पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं|
 
पीएफआई की तरह, कांग्रेस और अन्य दलों ने मांग की है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। इस बीच, पीएफआई संगठन के पदाधिकारियों ने संगठन को भंग करने का फैसला किया है।​ सूत्रों के अनुसार​ केरल पीएफआई के सचिव अब्दुल सत्तार ने ऐसी जानकारी दी है।
इससे पहले केंद्र सरकार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को अवैध संगठन घोषित कर चुकी है। केंद्र ने कहा कि यह निर्णय अगले पांच वर्षों के लिए संगठन और उनके सहयोगियों पर लागू होगा।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पीएफआई की स्थापना करने वाले कुछ सदस्य स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के सदस्य हैं। यह भी पता चला है कि यह संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़ा है। ये दोनों प्रतिबंधित आतंकी संगठन हैं।
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