केसीआर पूरी कैबिनेट के साथ हैदराबाद से पंढरपुर के लिए रवाना!

उनके साथ विधायक-खासदारों और पार्टी के प्रमुख नेताओं समेत करीब 600 कारों का काफिला है।

केसीआर पूरी कैबिनेट के साथ हैदराबाद से पंढरपुर के लिए रवाना!

KCR left for Pandharpur from Hyderabad with the entire cabinet!

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पार्टी के अध्यक्ष, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.सी.आर.आषाढी वारी के अवसर पर पंढरपुर में विट्ठल दर्शन के लिए चंद्रशेखर राव (केसीआर) अपनी पूरी कैबिनेट के साथ हैदराबाद से सोलापुर के लिए रवाना हो गए हैं। उनके साथ विधायक-खासदारों और पार्टी के प्रमुख नेताओं समेत करीब 600 कारों का काफिला है।

हालांकि, हिंदू राष्ट्र सेना की सोलापुर विंग ने मांग की है कि केसीआर और उनके पूरे मंत्रिमंडल को पंढरपुर में विट्ठल के वीआईपी दर्शन में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। जबकि चंद्रशेखर राव अपने मंत्रिमंडल और साथी विधायकों के साथ दोपहर में हैदराबाद के प्रगति भवन से सोलापुर के लिए रवाना हुए, यहां सोलापुर में उनके रात्रि प्रवास के लिए विभिन्न होटलों में 225 कमरों की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर उनके स्वागत के लिए शहर के तेलुगु भाषी पूर्वी हिस्से में कई स्थानों पर भारत राष्ट्र समिति पार्टी के झंडे फहराए गए हैं।
सोलापुर में रात्रि विश्राम के बाद कल मंगलवार सुबह केसीआर अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ पंढरपुर विधायक-खासदार के लिए रवाना होंगे और विट्ठल मंदिर में पूजा और दर्शन करेंगे। पंढरपुर से लौटते समय केसीआर तुलजापुर में रुकेंगे और काफिले के साथ तुलजा भवानी मंदिर के दर्शन करेंगे|
इससे पहले केसीआर और उनके सहयोगी पंढरपुर में दिवंगत एनसीपी नेता, पूर्व विधायक भरत भालके के बेटे भागीरथ भालके के गांव सरकोली में किसानों की एक सभा का नेतृत्व करेंगे। वहीं, भागीरथ भालके अपने साथियों के साथ सार्वजनिक रूप से बीआरएस पार्टी में प्रवेश करेंगे|
हिंदू राष्ट्र सेना ने मांग की है कि आषाढी वारी को सही ठहराने के लिए केसीआर का अपने पूरे मंत्रिमंडल और विधायक-सांसदों के साथ पंढरपुर (और तुलजापुर) का दौरा महाराष्ट्र के राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर कार्यालय जाकर इस संबंध में बयान दिया है|
एक ओर, आषाढी वारी के लिए लाखों तीर्थयात्री धूप, हवा और बारिश का सामना करते हुए सैकड़ों मील से पैदल चलकर विट्ठल दर्शन के लिए पंढरपुर की ओर खिंचे चले आते हैं, लेकिन केसीआर और उनके पूरे मंत्रिमंडल ने पंढरपुर दौरे की योजना केवल बनाने के उद्देश्य से बनाई है। शक्ति का राजनीतिक प्रदर्शन. हिंदू राष्ट्र सेना का कहना है कि उन्हें विट्ठल के वीआईपी दर्शन कराना लाखों कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय होगा|
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