एक तरफ जहां पांच राज्यों के चुनाव के नतीजे राष्ट्रीय स्तर पर क्या होंगे? इसे लेकर जहां हर कोई उत्सुक है वहीं महाराष्ट्र में एनसीपी और शिवसेना पार्टियों के बीच फूट का मुद्दा गरमाया हुआ है|शिवसेना विधायकों की अयोग्यता की सुनवाई जहां विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष चल रही है, वहीं एनसीपी पार्टी की सुनवाई चुनाव आयोग के समक्ष चल रही है| इसी पृष्ठभूमि में कर्जत में अजित पवार गुट के खेमे में मंत्री छगन भुजबल ने शरद पवार पर सीधा हमला बोला है|
छगन भुजबल ने क्या कहा?: इस मौके पर बोलते हुए छगन भुजबल ने बयान दिया कि 1999 में बनी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी उनकी है| हमारी पार्टी नई नहीं है, पुरानी है। ये वो पार्टी है जिसकी स्थापना 1999 में हुई थी| छगन भुजबल इस पार्टी के पहले प्रांतीय अध्यक्ष थे”, छगन भुजबल ने इस अवसर पर कहा। मैं नहीं जानता था कि मैं इतना क्रोधित क्यों था। अगर सब लोग यहाँ आ जायेंगे तो हम क्या करेंगे? आपके साथ भी ऐसा ही हुआ| 2004 में आपके साथ भी ऐसा ही हुआ था| क्या यह तब से चल रहा है? इनमें से कुछ बातें प्रफुल्ल पटेल जानते हैं| मैं बहुत कम चीजें जानता हूं, लेकिन जब मुझे जानकारी मिली तो मैंने सोचा कि तालाबों और खेतों में ऐसा करने की बजाय एक बार फैसला ले लूं”, भुजबल ने बिना नाम लिए शरद पवार पर हमला बोला|
“जयंत पाटिल ने पूछा और साहेब ने कहा…”: भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर 54 विधायकों और सांसदों ने भी कागज पर हस्ताक्षर किए| सारी मंडली जा रही थी| विमान में जयंत पाटिल, अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल तैयार बैठे थे, लेकिन जयन्त पाटिल ने सोचा कि वापस जाकर पूछा जाए। लेकिन फिर सर ने कहा कि रुको, प्लेन में मत बैठो| इसके अलावा, ऐसा एक बार भी नहीं हुआ है| ऐसा कई बार हुआ है| यदि आप किसी पार्टी के लिए एक बार हाँ कहते हैं और फिर मुकर जाते हैं, तो यह ठीक है। लेकिन हर बार यही हो रहा है”, उन्होंने शरद पवार पर भी आरोप लगाया|
“…नहीं तो 2019 में भाजपा और एनसीपी की सरकार बन जाती”, सुनील तटकरे का बड़ा बयान!