पार्टी ने राजस्थान के मंत्रियों शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ से 10 दिनों के भीतर नोटिस का जवाब देने को कहा है। इस विद्रोह के कारण कांग्रेस की हार हुई है और कहा जा रहा है कि गांधी परिवार इस कार्रवाई से नाखुश है| राजनीति गलियारे में यह भी चर्चा है कि गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ से बाहर हो गए हैं। इन्हीं चर्चाओं की पृष्ठभूमि में अशोक गहलोत और सोनिया गांधी की दिल्ली में मुलाकात अहम होगी|
कांग्रेस नेता अंबिका सोनी और आनंद शर्मा ने मंगलवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस बैठक के बाद अशोक गहलोत को राजस्थान में संकट को रोकने के आदेश दिए गए हैं| मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा की कि वह कांग्रेस का अध्यक्ष चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए सोनिया गांधी ने कांग्रेस विधायकों की राय लेने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को राजस्थान भेजा। हालांकि, गहलोत समर्थक विधायक मुख्यमंत्री आवास पर पूर्व निर्धारित बैठक में शामिल नहीं हुए|
PFI के बाद संघ पर प्रतिबंध लगाने की विपक्ष की एक बड़ी मांग !