पिछले कुछ दिनों से राज्य में दो बातों को लेकर तीखी सियासी चर्चा हो रही थी। खासकर राज्य में कैबिनेट विस्तार और फिर विभागों के बंटवारे को लेकर विपक्षी हमलावर दिखाई दे रहे थे। उसके बाद विभागों के बंटवारे में देरी को लेकर विपक्ष सरकार की आलोचना कर रहा था। अंत में, राज्य सरकार द्वारा मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास सामान्य प्रशासन, शहरी विकास, सूचना और प्रौद्योगिकी, सूचना और जनसंपर्क, परिवहन आदि विभाग हैं। जबकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास गृह और वित्त विभाग है।
गौरतलब है कि 17 अगस्त से महाराष्ट्र विधानमंडल का अधिवेशन प्रारम्भ होने वाला है। शिंदे सरकार का यह पहला अधिवेशन हैं। इस अधिवेशन में भारी बारिश, फसलों के नुकसान और किसानों को आर्थिक मदद मुद्दों को लेकर विपक्ष नई सरकार को घेरने का प्रयास करेगा। वजह महाराष्ट्र में सरकार बनने के बाद भी शिंदे ने महीनों बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया।
राधाकृष्ण विखे-पाटिल – राजस्व, पशुपालन और डेयरी विकास
सुधीर मुनगंटीवार – वानिकी, सांस्कृतिक मामले और मत्स्य पालन
चंद्रकांत पाटिल – उच्च और तकनीकी शिक्षा, कपड़ा उद्योग और संसदीय कार्य
डॉ. विजयकुमार गावित – आदिवासी विकास
गिरीश महाजन – ग्राम विकास एवं पंचायती राज, चिकित्सा शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण
गुलाबराव पाटिल – जल आपूर्ति और स्वच्छता
दादा भूसे – बंदरगाह और खनन
संजय राठौर – खाद्य एवं औषधि प्रशासन
संदीपन भुमरे – रोजगार गारंटी योजना और बागवानी
उदय सामंत – उद्योग
तानाजी सावंत – जन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
रवींद्र चव्हाण – लोक निर्माण (सार्वजनिक उद्यमों को छोड़कर), खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण
अब्दुल सत्तार – कृषि
दीपक केसरकर – स्कूली शिक्षा और मराठी भाषा
अतुल सावे- सहकारिता, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं बहुजन कल्याण
शंभूराज देसाई – राज्य उत्पाद शुल्क
मंगलप्रभात लोढ़ा – पर्यटन, कौशल विकास एवं उद्यमिता, महिला एवं बाल विकास
सुधीर मुनगंटीवार – वानिकी, सांस्कृतिक मामले और मत्स्य पालन
चंद्रकांत पाटिल – उच्च और तकनीकी शिक्षा, कपड़ा उद्योग और संसदीय कार्य
डॉ. विजयकुमार गावित – आदिवासी विकास
गिरीश महाजन – ग्राम विकास एवं पंचायती राज, चिकित्सा शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण
गुलाबराव पाटिल – जल आपूर्ति और स्वच्छता
दादा भूसे – बंदरगाह और खनन
संजय राठौर – खाद्य एवं औषधि प्रशासन
संदीपन भुमरे – रोजगार गारंटी योजना और बागवानी
उदय सामंत – उद्योग
तानाजी सावंत – जन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
रवींद्र चव्हाण – लोक निर्माण (सार्वजनिक उद्यमों को छोड़कर), खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण
अब्दुल सत्तार – कृषि
दीपक केसरकर – स्कूली शिक्षा और मराठी भाषा
अतुल सावे- सहकारिता, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं बहुजन कल्याण
शंभूराज देसाई – राज्य उत्पाद शुल्क
मंगलप्रभात लोढ़ा – पर्यटन, कौशल विकास एवं उद्यमिता, महिला एवं बाल विकास
सुरेश खाड़े – श्रम विभाग
बता दें कि पिछले कई दिनों से चर्चा में चल रहे मंत्रियों के विभागों का बंटवारा अब हो गया है और इसे लेकर राजनीतिक की ओर से प्रतिक्रिया होने की संभावना है।
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