नई दिल्ली। लोकतंत्र की बात करने वाली कांग्रेस अब अपनी पार्टी का ‘लोकतंत्र के नाम पर गला घोटने’ की तैयारी में है। अब पार्टी सार्वजनिक मंचों पर कांग्रेस की आलोचना नहीं करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को कसम दिला रही है। वहीं, नए मेंबरों को भी एक हलफनामा देना होगा कि वह कभी भी सार्वजनिक मंचों से पार्टी की नीतियों की आलोचना नहीं करेंगे। देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस ने नए मेम्बरों के लिए 10 नए शर्त रखी है जिसमें एक शर्त यह भी है। जिसमें शराब नहीं , पीना होगा , खादी पहनना होगा आदि कई ऐसी ही शर्तें पार्टी ने फॉर्म में रखें हैं।
कांग्रेस के नए मेम्बरशिप फॉर्म में लिखा है, ‘मैं धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और लोकतंत्र के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए सदस्यता लेता हूं। मैं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, खुले तौर पर या किसी तरह से पार्टी मंचों के अलावा, पार्टी की स्वीकृत नीतियों और कार्यक्रमों की प्रतिकूल आलोचना नहीं करूंगा।’ बता दें कि कांग्रेस का यह कदम उस संदर्भ में आया है, जिसमें जी-23 नेताओं ने मीडिया से बातचीत के दौरान खुलकर पार्टी की आलोचना की और यहां तक कि पार्टी के भीतर चुनाव की मांग करते हुए संगठनात्मक ढांचे पर सवाल उठाया। जी -23 के नेता कपिल सिब्बल ने सितंबर में कहा था कि पार्टी के नेता इस बात से अनजान हैं कि पार्टी में कौन निर्णय ले रहा है, क्योंकि कोई अध्यक्ष नहीं है। उन्होंने कहा था कि हमारी पार्टी में कोई अध्यक्ष नहीं है।
इसलिए हमें नहीं पता कि ये फैसले कौन ले रहा है। हम जानते हैं और फिर भी अभी तक नहीं जानते। वहीं, गुलाम नबी आजाद ने भी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की तत्काल बैठक की मांग की थी। हाल ही में बैठक से पहले जी-23 नेताओं ने सीडब्ल्यूसी सदस्यों, केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) के सदस्यों और संसदीय बोर्ड चुनावों के लिए चुनाव की मांग की थी। देश की सबसे पुरानी पार्टी के सदस्यता संबंधी आवेदन-पत्र में और भी कईं शर्तें शामिल की गई हैं।
इसके अनुसार, कांग्रेस की सदस्यता ले रहे लोगों को यह घोषणा करनी होगी कि वह कानूनी सीमा से अधिक संपत्ति नहीं रखेंगे और कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए शारीरिक श्रम और जमीनी मेहनत करने से नहीं हिचकिचाएंगे। पार्टी ने एक नवंबर से आरंभ हो रहे सदस्यता अभियान के लिए तैयार आवेदन-पत्र में 10 ऐसे बिंदुओं का उल्लेख किया है, जिसके बारे में सदस्य बनने के इच्छुक लोगों को अपनी स्वीकृति देनी होगी।