मंडी। हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। इस बीच पूर्व सीएम और दिवंगत कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह की पत्नी की प्रतिभा सिंह ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध कोई बड़ा युद्ध नहीं था। वह तो हमारी जमीन पर पाकिस्तानियों का कब्ज़ा था जिसे हटाया जाना था। बता दें कि मंडी सीट से बीजेपी ने ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को उतारा है।
सोशल मीडिया पर प्रतिभा सिंह का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें वह कह रही हैं, ‘कारगिल युद्ध कोई बड़ा युद्ध नहीं था। हमारी जमीन पर पाकिस्तानियों ने कब्जा किया था, जिन्हें हटाने का काम किया गया। जिसमें किसी ने हिस्सा लिया हो तो वह कोई इतनी बड़ी बात नहीं थी। कारगिल युद्ध छोटी लड़ाई थी।’ प्रतिभा सिंह ने यह कहा कि बीजेपी ने एक फौजी को इसलिए टिकट दिया है क्योंकि उन्होंने करगिल युद्ध में भाग लिया था। वे चाहते हैं कि पूर्व फौजियों के जितने भी वोट हैं वे उन्हें मिलने चाहिए। कोई श्रेय लेना चाहे कि इन्होंने करगिल युद्ध में बड़ी भागीदारी की, तो मैं समझती हूं ये सही नहीं है।
मंडी लोकसभा सीट पर उपचुनाव काफी रोचक होने वाला है। कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को मैदान में उतारा है। वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस को प्रतिभा सिंह के जरिए सहानुभूति मिलने की उम्मीद है। यह सीट भाजपा के पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत के बाद खाली हुई थी। 2014 से ही भाजपा यहां काबिज रही है, जिसे इस बार भी बचाए रख पाना उसके लिए चुनौती होगा। रामस्वरूप शर्मा इसी साल मार्च में अपने दिल्ली स्थित आवास में संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए थे। बता दें कि बीजेपी ने इस सीट से 45000 सैनिकों को साधने का प्रयास है।
इस संसदीय क्षेत्र लगभग डेढ़ लाख से अधिक सैनिकों के परिवार के वोट हैं। खुशाल ठाकुर 1999 में टाइगर हिल से पाकिस्तान को खदेड़ने वाली यूनिट का भी हिस्सा रह चुके हैं। यहां 30 अक्टूबर को देश के कई राज्यों में 16 सीटों पर उपचुनाव होने हैं।
मंडी लोकसभा सीट पर उपचुनाव काफी रोचक होने वाला है। कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को मैदान में उतारा है। वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस को प्रतिभा सिंह के जरिए सहानुभूति मिलने की उम्मीद है। यह सीट भाजपा के पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत के बाद खाली हुई थी। 2014 से ही भाजपा यहां काबिज रही है, जिसे इस बार भी बचाए रख पाना उसके लिए चुनौती होगा। रामस्वरूप शर्मा इसी साल मार्च में अपने दिल्ली स्थित आवास में संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए थे। बता दें कि बीजेपी ने इस सीट से 45000 सैनिकों को साधने का प्रयास है।
इस संसदीय क्षेत्र लगभग डेढ़ लाख से अधिक सैनिकों के परिवार के वोट हैं। खुशाल ठाकुर 1999 में टाइगर हिल से पाकिस्तान को खदेड़ने वाली यूनिट का भी हिस्सा रह चुके हैं। यहां 30 अक्टूबर को देश के कई राज्यों में 16 सीटों पर उपचुनाव होने हैं।