कांग्रेस अलका लांबा पर करेगी कार्रवाई, बयान से हुई पार्टी की किरकिरी   

अलका लांबा ने कहा था कि कांग्रेस दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव में  सभी सीटों पर लड़ेगी  

कांग्रेस अलका लांबा पर करेगी कार्रवाई, बयान से हुई पार्टी की किरकिरी   
कांग्रेस नेता अलका लांबा द्वारा दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर विपक्ष के “इंडिया” में हलचल मचा दी। इसके बाद आनन फानन में कांग्रेस नेताओं को लांबा के बयान का खंडन करना पड़ा। बताते चले कि अलका लांबा पहले कांग्रेस की नेता थी बाद में उन्होंने 2013 में आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर लिया था। फिर कांग्रेस में आ गई। अब खबर आ रही है कि कांग्रेस लांबा के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए दिल्ली के नेताओं की एक बैठक बुलाई थी। यह बैठक तीन घंटे चली। इस बैठक में राहुल गांधी मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई बड़े नेता शामिल हुए थे। इस बैठक में दिल्ली की नेता होने के नाते अलका लांबा भी मौजूद थी। बैठक समाप्त होने के बाद अलका लांबा ने कहा कि इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल चौधरी,दिल्ली कांग्रेस दीपक बाबरिया सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
जहां दिल्ली संगठन को मजबूत करने और आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी करने पर बात हुई। चर्चा यह भी हुई की लोकसभा चुनाव केवल सात माह ही बचे है। दिल्ली में सात लोकसभा सीट है। सभी सीटों पर हर नेता को आज से ही तैयारी करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा था कि संगठन की ओर से जिसको जो जिम्मेदारी दी गई उसे हम पूरा करेंगे। मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना होगा और कांग्रेस दिल्ली की सभी सातों सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
अलका लांबा के बयान के बाद सियासी भूचाल आ गया। आनन फानन में आम आदमी पार्टी ने रिएक्शन देते हुए कहा था कि जब अकेले चुनाव लड़ना है तो इंडिया गठबंधन में जाने का क्या मतलब है। वहां जाना समय बर्बाद करना है। इस बयान के बाद कॉग्रेस का शीर्ष नेतृत्व हरकत में आया और खंडन करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस का हाई कमान ही तय करेगा कि क्या करना है। कहा जा रहा है कि इस बैठक में जो बातें हुई वो पार्टी का आंतरिक मामला था ,लेकिन लाम्बा ने इसे सार्वजनिक कर दिया, जिससे पार्टी की किरकिरी हुई। अब इसी को वजह बनाकर कांग्रेस लांबा पर कार्रवाई का संकेत दिया है। हालांकि अभी कांग्रेस के नेता ने ऐसी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
बहरहाल, कांग्रेस सीट बंटवारे का मसला सुलझा लेते भी है तो क्या उनके समर्थक एक दूसरे की पार्टी के उम्मीदवार को वोट देंगे। अभी तक देते हुए कहा जा सकता है कि आप और कांग्रेस के बीच जारी रस्साकसी का फायदा बीजेपी न उठा ले। बता दें कि पहले से ही दिल्ली के  कांग्रेसी नेता आप के साथ गठबंधन करने के खिलाफ है।  जो अब खुलकर सामने आया है।
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