17 फरवरी, 2025 तक, असम में जोरहाट कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न से जुड़ा राजनीतिक विवाद और गहरा गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया है कि 12 साल से भारत में रह रही ब्रिटिश नागरिक कोलबर्न का पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से सम्बंधितकाम करती रही है। ये आरोप जलवायु विकास और ज्ञान नेटवर्क (CDKN) के साथ उनकी पिछली नौकरी पर आधारित हैं, जो वो पाकिस्तान में रहकर करतीं थी और कथित तौर पर ISI से जुड़े अली तौकीर शेख के से जुड़ी हुई थी।
सरमा ने एक पूर्व पाकिस्तानी मंत्री की संलिप्तता पर भी सवाल उठाया, जिसने असम के विदेशी मुद्दे के बारे में ट्वीट किया और कथित तौर पर असम के एक आईएसआई से जुड़े व्यक्ति को टैग किया। उन्होंने इस घटनाक्रम को गोगोई की पाकिस्तान दूतावास की पिछली यात्रा से जोड़ा, जिसमें एक पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक के साथ उनकी एक व्यापक रूप से साझा की गई तस्वीर का संदर्भ दिया। गोगोई ने खुद पाकिस्तान दूतावास जाने की बात स्वीकार की, लेकिन उनके समर्थकों ने दावा किया कि तस्वीर को मॉर्फ किया गया था।
जवाब में, गौरव गोगोई ने इन आरोपों को तथ्यात्मक आधार से रहित “अपमानजनक अभियान” कहकर खारिज किए। उन्होंने भाजपा पर 2026 के असम विधानसभा चुनावों से पहले अपनी शासन विफलताओं से ध्यान हटाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कथित बदनामी अभियान को समझने के लिए असमिया लोगों की समझदारी पर भरोसा जताया।
असम सरकार ने मामले में पुलिस महानिदेशक (DGP) स्तर की जांच शुरू की है, जिसका उद्देश्य यह निर्धारित करना है कि क्या ये गतिविधियाँ किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हैं, कथित भारत विरोधी एजेंडे में सहायता करने वाले लोगों की पहचान करना है।
दौरान पत्रकारों से बात करते हुए सरमा ने रविवार को कहा कि यह मामला राजनीति से आगे निकल गया है और अब यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बन गया है। “हमने एक सांसद के बारे में इस विषय पर चर्चा शुरू की थी, लेकिन अब यह बहुत उच्च स्तर पर पहुंच गया है। अब इसका गौरव गोगोई से कोई संबंध नहीं है। अब हमारे पास इस बात के सबूत या जानकारी है कि इसके पीछे भारत विरोधी ताकतें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। हम आज की कैबिनेट में इस पर फैसला करेंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मामले को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष उठाएंगे और चर्चा करेंगे कि राज्य सरकार की जांच को केंद्रीय एजेंसियों के साथ कैसे जोड़ा जा सकता है। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि कांग्रेस सांसद अनजाने में किसी बड़ी साजिश में फंस गए होंगे।
सरमा ने कहा, “अब ऐसा लग रहा है कि गौरव गोगोई पूरी व्यवस्था में सिर्फ़ एक अभिनेता हैं, वे निर्देशक नहीं हैं। हो सकता है कि उन्हें अनजाने में फंसाया गया हो। इसलिए हम इस मामले की सहानुभूतिपूर्ण नज़रिए से जांच करेंगे। हम इस समय उन पर आरोप नहीं लगाना चाहते।”
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अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का हवाला देते हुए उन्होंने दावा किया कि हो सकता है गोगोई पर दबाव डाला जा रहा हो, या उन्हें बरगलाया गया हो। उन्होंने कहा, “जिस तरह से लंदन, अमेरिका और इस्लामाबाद इसमें शामिल हैं, उसी तरह उन्हें ब्लैकमेल भी किया जा सकता है। इसके बारे में कौन जानता है? इसलिए, पूरे मामले की गंभीर गहन जांच की जरूरत है।”
दौरान असम मंत्रिमंडल ने रविवार को एक प्रस्ताव पारित कर पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख द्वारा राज्य को अस्थिर करने के कथित प्रयासों की निंदा की, जिसके आईएसआई से कथित रूप से संबंध हैं। साथ ही मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने जयराम रमेश के ‘असम में भाजपा एक साल में सत्ता से बाहर हो जाएगी’, इस दावे का जवाब दिया। उन्होंने कहा, “पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला असम की जनता करेगी, आप नहीं। मैं आपको 2014 के बाद से कांग्रेस को मिली अपमानजनक हार की याद नहीं दिलाना चाहता।”