गोवा में छात्रों का धर्म परिवर्तन ? विहिप ने की पुलिस में शिकायत, प्रिंसिपल पर कार्रवाई !
गोवा में एक घटना घटी है, जहां 11वीं कक्षा के छात्रों को मस्जिद ले जाने पर स्कूल के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया| यह कार्रवाई तब की गई जब यह खबर आई कि छात्रों को मस्जिद में ले जाया गया और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए मजबूर किया गया।
Team News Danka
Updated: Tue 12th September 2023, 05:14 PM
Conversion of students in Goa? VHP complains to police, action taken against principal!
गोवा में एक घटना घटी है, जहां 11वीं कक्षा के छात्रों को मस्जिद ले जाने पर स्कूल के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया| यह कार्रवाई तब की गई जब यह खबर आई कि छात्रों को मस्जिद में ले जाया गया और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए मजबूर किया गया।
दक्षिण गोवा के अल्टो-डाबोलिम में केशव स्मृति हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाध्यापक पर शनिवार को ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों के एक समूह को शिविर के लिए एक मस्जिद में ले जाने और उन्हें धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।इसके अलावा, सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्यों ने वास्को में स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ “राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों का समर्थन करने” के लिए पुलिस शिकायत दर्ज की। विहिप ने यह भी दावा किया है कि कार्यशाला का आयोजन प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट से जुड़े संगठन के निमंत्रण पर किया गया था|
इस संबंध में स्कूल के प्रिंसिपल शंकर गावकर ने प्रतिक्रिया दी है| उन्होंने कहा, “स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसआईओ) के निमंत्रण पर सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए डाबोलिम में मस्जिद का दौरा किया गया था। बयाना के सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को भी आमंत्रित किया गया था। हमारे स्कूल के 21 छात्रों को मस्जिद में ले जाया गया। छात्रों को दिखाया गया कि नमाज कहां होती है और मस्जिद का प्रवेश-निकास क्षेत्र कहां होता है। कुछ छात्रों ने सम्मान के कारण अपने सिर ढक लिए होंगे। लेकिन यह दावा कि छात्रों को हिजाब पहनने या धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए मजबूर किया गया है।
गावकर ने यह भी कहा, अतीत में हम छात्रों के मंदिरों, चर्चों और मस्जिदों में भी गए हैं। स्कूल में सभी धर्मों के बच्चे पढ़ते हैं| दूसरे स्कूल के कुछ छात्र भी मस्जिद में आये। मुझे नहीं पता कि मुझे क्यों निलंबित किया गया।
कार्यशाला का आयोजन स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसआईओ) द्वारा किया गया था। इस संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आसिफ हुसैन ने कहा, ”मस्जिद-ए-नूर में छात्रों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था| सांप्रदायिक सद्भाव और समुदायों के बीच बेहतर समझ को बढ़ावा देने के लिए हमारी नियमित गतिविधियों के हिस्से के रूप में डाबोलिम में शिविर का आयोजन किया गया था। छात्र अक्सर अपनी मर्जी से यहां आते हैं। स्कूली विद्यार्थियों को प्रार्थना स्थल दिखाकर मिठाइयाँ दी गईं। धर्मांतरण के सभी दावे निराधार हैं।
विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त सचिव संजू कोरगांवकर ने कहा, “कार्यशाला बच्चों का ब्रेनवॉश करने और उनका धर्म परिवर्तन कराने की साजिश का हिस्सा है। प्रिंसिपल ने कार्यशाला के लिए छात्रों के अभिभावकों को सूचित नहीं किया और न ही उनसे अनुमति ली। हमें जानकारी मिली है कि कम से कम दो छात्रों ने जाने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्हें जबरन ले जाया गया| मस्जिदों में धार्मिक क्रिया करते और हिजाब पहने स्कूली बच्चों की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।