दिल्ली विधानसभा चुनाव को बस दो दिन बाक़ी है, 5 फरवरी 2025 को मतदान होना है वहीं 8 फरवरी को नतीजे भी आरहें है। इन चुनावों में भाजपा और आप ने अपने सभी प्रमुख नेताओं ने प्रचार में एड़ी चोटी का जोर लगाया है। पिछले 2 चुनावों में एक भी सीट न जीत पाने वाली कांग्रेस भी चुनाव में कंधे झटक कर खड़ी है। इसी बीच सी वोटर एजेंसी का एक सर्वे सामने आया है, जो 1 फरवरी तक जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इस सर्वे के अनुसार, दिल्ली के 43.9% लोग मौजूदा आप सरकार के कामकाज से नाराज हैं।
इस सी वोटर के इस सर्वे के अनुसार, 38.3% लोगों का कहना है कि वे सरकार के काम से नाराज़ नहीं हैं और इसे बदलना नहीं चाहते हैं। 10.9% लोग ऐसे भी हैं जो सरकार के काम से नाराज़ हैं लेकिन सरकार में बदलाव नहीं चाहते हैं लेकिन, कुल मिलाकर करीब 55% लोग मौजूदा आप सरकार से नाराज़ हैं।
दरम्यान सरकार में बदलाव न चाहने वालों की संख्या में कमी ‘आप’ के लिए चिंता का कारण भी है। हालांकि, दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन चुनाव की दिशा बदल सकता है। दिल्ली में कांग्रेस का प्रदर्शन लगातार गिरने से AAP को फायदा मिलता रहा है। पिछले 2 चुनावों में कांग्रेस का वोट पूरी तरह AAP की तरफ शिफ्ट हो गया है। बीजेपी भले ही पिछले 2 चुनावों में न जीती हो, लेकिन उसने लगातार राज्य में 35%-40% वोट हासिल किए हैं।
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दौरान कांग्रेस अरविंद केजरीवाल से अपना वोट बैंक वापस लेना चाहती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी केजरीवाल पर सीधा हमला बोल रहे हैं। शीशमहल, शराब घोटाला और यमुना के मुद्दे पर केजरीवाल कांग्रेस की ओर से भी घिर चुके है। वहीं अगर कांग्रेस का वोट शेयर फिर से 10% के पार चला गया तो केजरीवाल केजरीवाल का हारना तय है।