सोमवार (10 नवंबर) की शाम दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण कार धमाके को लेकर देश में चिंता और आक्रोश दोनों हैं। इस घटना में 12 लोगों की मौत और 29 लोग घायल हुए थे। घटना ने राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता और आतंकवाद के नए तरीकों को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। इसी बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को स्पष्ट कहा कि जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
राजनाथ सिंह ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “मैं दिल्ली में हुई इस दर्दनाक घटना में जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। देश की प्रमुख जांच एजेंसियां तेज़ और गहन जांच कर रही हैं। बहुत जल्द जांच के निष्कर्ष सामने लाए जाएंगे। मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा और उन्हें किसी भी परिस्थिति में छोड़ा नहीं जाएगा।”
धमाका चलती हुंडई i20 कार में हुआ था, जिसके तुरंत बाद वाहन में आग लगी और आसपास की कई कारों को भी नुकसान पहुँचा। वाहन का हरियाणा नंबर होने के चलते, दिल्ली पुलिस, एनआईए, एनएसजी, और फॉरेंसिक टीमें मिलकर इसकी निगरानी और जांच कर रही हैं। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि कार पुलवामा निवासी तारिक के कब्जे में थी, जिससे आतंकी कनेक्शन का शक और गहरा हो गया है। सुरक्षा एजेंसियां 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही हैं और चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और कहा कि, “किसी भी जांच एंगल को अनदेखा नहीं किया जाएगा।”
#WATCH | "I extend my heartfelt condolences to all those who lost their lives in the tragic incident that occurred in Delhi yesterday. I pray to God to grant strength and solace to the bereaved families in this hour of deep grief. I wish to assure my citizens that the country’s… https://t.co/8QQmXlBfZ0 pic.twitter.com/zZ4ytDwcon
— ANI (@ANI) November 11, 2025
दिल्ली डिफेंस डायलॉग में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि आज भारतीय रक्षा तंत्र केवल हथियारों, मिसाइलों और युद्धक विमानों पर निर्भर नहीं है, बल्कि सुरक्षित डेटा नेटवर्क, एन्क्रिप्टेड संचार प्रणालियाँ, और रीयल-टाइम इंटेलिजेंस सिस्टम भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा, “हमारी रक्षा तैयारी आज ‘अदृश्य तकनीकों’ पर भी आधारित है। ये सुनिश्चित करती हैं कि सही साधन सही समय पर सही स्थान पर पहुँचें और हमारे कमांडरों के पास वास्तविक समय की स्थितियों की सटीक जानकारी रहे।” राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत को अब तकनीक अपनाने की जगह तकनीक में नेतृत्व की ओर बढ़ना होगा।
उन्होंने युवाओं और स्टार्टअप्स की क्षमता को भारत की रक्षा नवाचार शक्ति बताया।
दिल्ली धमाके की जांच अभी जारी है। एजेंसियां यह जानने पर केंद्रित हैं कि क्या यह सुनियोजित आतंकी हमले का हिस्सा था या आत्मघाती हमला। अगले 48 घंटे जांच के लिए निर्णायक माने जा रहे हैं।
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