आप आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के घर पर बुधवार को सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ED) की छापेमारी हुई। इसके अलावा भी कई लोगों के यहां भी कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है की यह कार्रवाई दिल्ली में हुए शराब घोटाले में हुई है। वहीं, एक दिन पहले ही इस मामले में तीन आरोपियों को कोर्ट ने सरकारी गवाह बनने की मंजूरी दी है। जिसमें दिनेश अरोड़ा का भी नाम शामिल है। जो सीबीआई के गवाह बन चुके है।
संजय सिंह का दिल्ली घोटाले में नाम आने के बाद से सवाल उठा रहे है। जबकि ईडी ने अपने चार्जशीट में संजय सिंह का नाम शामिल किया था। इस में संजय सिंह पर तीन आरोप लगाए गए। जिसमें पहला यह अब इस मामले में गवाह बन चुके दिनेश अरोड़ा शराब वयवसायी हैं। ईडी का कहना है कि अरोड़ा के जरिये एक फंड रेजिंग प्रोग्राम किया गया और इसमें 32 लाख रुपये आप आदमी पार्टी के लिए रिश्वत के रूप में जमा किये गए।
इसके अलावा ईडी का दूसरा आरोप है कि दिनेश अरोड़ा का एक काम फंसा था जिसे संजय सिंह ने मनीष सिसोदिया के जरिये पूरा कराया। ईडी का आरोप है कि जब संजय सिंह का दिनेश अरोड़ा से कोई लेना देना ही नहीं है तो वे उनका काम क्यों कराये। वहीं, तीसरा आरोप यह है कि संजय सिंह ने दिल्ली मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात कराई थी। इतना ही नहीं, बताया जा रहा है की इसी साल जब ईडी ने संजय सिंह के करीबियों के यहां छापेमारी की थी। तो वहां से फोन बरामद किये गए थे। जिसमें ऐसे कई नाम थे जो संजय सिंह से काम कराने के लिए संपर्क किया था। ईडी कई अन्य भी तथ्यों पर गौर किया है जिसमें संजय सिंह भूमिका संदिग्ध है।
बता दें कि दिल्ली सरकार पर यह आरोप है कि 2021 और 22 में आबकारी निधि में बदलाव कर शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई और इसके बदले में आम आदमी पार्टी ने रिश्वत लिया। हालांकि केजरीवाल सरकार ने इन आरोपों का खंडन करती रही है। लेकिन आप के कई नेता इस मामले में घिर चुके ही मनीष सिसोदिया इसी मामले में जेल में हैं।
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