दिल्ली की धड़कन यमुना: भाजपा यमुना के विकास को लेकर प्रतिबद्ध, रिवर फ्रंट योजना शुरू!

यमुना की बदलेगी तस्वीर 'रिवर फ्रंट योजना' मास्टर प्लान का काम शुरू| 

दिल्ली की धड़कन यमुना: भाजपा यमुना के विकास को लेकर प्रतिबद्ध, रिवर फ्रंट योजना शुरू!

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भाजपा देश की राजधानी दिल्ली में सत्ता संभालने से पहले ही यमुना की सफाई को अपनी प्राथमिकता बना लिया है| इसके साथ ही, गुजरात के साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर यमुना रिवर फ्रंट विकसित करने की योजना भी बनाई गई है, जिससे यह नदी न केवल साफ-सुथरी होगी, बल्कि दिल्ली का एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी बन जाएगी|

बता दें कि दिल्ली के जल आपूर्ति का एक बड़ा हिस्सा यमुना नदी से आता है| यह नदी उत्तराखंड के यमुनोत्री से निकलकर एक लंबा सफर तय करते हुए प्रयागराज में गंगा से मिलती है| दिल्ली में यमुना नदी पल्ला गांव से प्रवेश करती है और जैतपुर तक 52 किलोमीटर का सफर तय करती है| इस बीच वजीराबाद से पहले तक इसका पानी अपेक्षाकृत साफ रहता है, लेकिन उसके बाद नदी में गिरने वाले 26 बड़े नालों के कारण इसका पानी जहरीला हो जाता है|

यमुना की सफाई पिछले 32 सालों से एक बड़ा मुद्दा बनी हुई है| यमुना एक्शन प्लान के तहत तीन चरणों में कई योजनाएं बनीं, लेकिन उनका असर शून्य रहा है| अब भाजपा सरकार एक नई ऊर्जा के साथ इसे स्वच्छ करने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रही है| अगर इस बार सरकार अपने वादे निभाती है और सही रणनीति अपनाती है, तो यह परियोजना दिल्लीवासियों के लिए एक ऐतिहासिक बदलाव ला सकती है| 

विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली में हर दिन लगभग 350 करोड़ लीटर सीवेज उत्पन्न होता है, जिसमें से अधिकांश बिना ट्रीटमेंट के सीधे यमुना में बहा दिया जाता है| पिछले तीन दशकों में हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद यमुना की स्थिति में कोई बड़ा सुधार नहीं हुआ| सीपीसीबी के बोर्ड मेंबर अनिल गुप्ता का आरोप है कि दिल्ली के 22 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट सही से काम नहीं करते हैं, जिससे कारण बिना शोधित हुआ पानी यमुना में आता है|

दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा ने यमुना सफाई को प्रमुख मुद्दा बनाया था| चुनावी वादों को पूरा करने के लिए भाजपा सरकार ने सत्ता संभालने से पहले ही एक्शन प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है| पार्टी का लक्ष्य केवल यमुना की सफाई करना ही नहीं, बल्कि इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना भी है|

भाजपा के नेता और नई दिल्ली से विधायक परवेश वर्मा ने मतगणना के दिन यमुना किनारे जाकर पूजा-अर्चना की थी| उन्होंने इसे एक पवित्र नदी का पुनर्जागरण करार दिया और इसे स्वच्छ एवं सुंदर बनाने का संकल्प लिया| सरकार की योजना के तहत, यमुना के दोनों किनारों को विकसित कर यहां ग्रीन बेल्ट, वॉकवे, साइकिल ट्रैक और बोटिंग जैसी सुविधाएं शुरू की जाएंगी|

बता दें कि भाजपा सरकार साबरमती रिवरफ्रंट बनाने वाली कंपनी से संपर्क किया है और उसी तरह के मॉडल को यमुना में लागू करने की योजना बनाई जा रही है| इस परियोजना के तहत, नदी के किनारे पर बैठने की जगहें, हरियाली, लाइट सिस्टम, जल प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा|

गौरतलब है कि दिल्ली पहले से ही लाल किला, इंडिया गेट, कुतुब मीनार, पुराना किला और अक्षरधाम मंदिर जैसी ऐतिहासिक जगहों के लिए प्रसिद्ध है| यमुना रिवर फ्रंट का निर्माण इसे और भी आकर्षक बनाएगा| यहां लोग न केवल वॉकिंग और साइकिलिंग का आनंद ले सकेंगे, बल्कि बोटिंग और वाटर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियों का भी लुत्फ उठा पाएंगे|

सरकार की ओर से शहर के औद्योगिक कचरे और घरेलू सीवेज को सीधे नदी में बहाने पर रोक लगाने पर काम होगा| सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का विस्तार किया जाएगा| सभी नालों से गिरने वाले गंदे पानी को ट्रीट कर नदी में गिराया जाएगा| नदी किनारे गंदगी फैलाने पर सख्त पाबंदी लगाई जाएगी| सरकार और प्रशासन की इच्छाशक्ति के साथ योजनाओं को केवल कागज पर नहीं, बल्कि जमीन पर उतारा जाएगा|

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