निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री ने विद्यालय की कक्षाओं, कंप्यूटर लैब, डिजिटल क्लास, स्वच्छता व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, शौचालयों तथा विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध कराई जा रही अन्य मूलभूत सुविधाओं का बारीकी से परीक्षण किया।
बृजेश पाठक ने कक्षाओं में पहुंचकर बच्चों से सीधा संवाद किया। उन्होंने छात्रों से मिड-डे मील, ड्रेस, किताबें, शिक्षण पद्धति और शिक्षकों के व्यवहार से संबंधित सवाल पूछे।
उन्होंने कहा कि पठन-पाठन की गतिविधियां नियमित और समय पर हों तथा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए रचनात्मक अवसर भी उपलब्ध कराए जाएं।बच्चों को अनुशासित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना प्रदेश सरकार का संकल्प है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर निवेश कर रही है और प्राथमिक से लेकर उच्च स्तर तक शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। निरीक्षण के बाद स्थानीय लोगों और शिक्षकों ने उपमुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की और आशा जताई कि सरकार के इन प्रयासों से बच्चों का भविष्य और उज्ज्वल होगा।
मसूड़ों से खून आना शरीर की गंभीर अंदरूनी बीमारियों का संकेत!



