देवेंद्र फडणवीस की सफाई, ‘मुंबई में हीरे का कारोबार सूरत में नहीं गया, विरोधियों…’​!

सूरत में उत्पादन होता है और हमारे पास उत्पादन और निर्यात होता है।भले ही सूरत में एक नया एक्सचेंज शुरू किया गया है, लेकिन हमारी तरफ से एक भी उद्योग वहां स्थानांतरित नहीं हुआ है।

देवेंद्र फडणवीस की सफाई, ‘मुंबई में हीरे का कारोबार सूरत में नहीं गया, विरोधियों…’​!

Devendra Fadnavis's clarification, 'Diamond business in Mumbai did not go to Surat, opponents...'​!

मुंबई के हीरा व्यापार को सूरत ले जाने के आरोप पर आज उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने जवाब दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे कोरोना काल में मुंबई में हीरा कारोबार आठ महीने तक बंद रहा और यह भी बताया कि डायमंड एक्सचेंज को सूरत क्यों ले जाया गया।

क्या बोले देवेन्द्र फड़णवीस?: बात उठी कि मुंबई के हीरे के कारोबार को सूरत ले जाया गया|हमें अंदाजा है कि सूरत में छत्रपति शिवाजी महाराज के समय से ही हीरे का कारोबार है। डायमंड बोर्स की शुरुआत 2013 में ही हो चुकी है| अब एक नई बिल्डिंग का उद्घाटन किया गया है|दोनों डायमंड बोर के काम करने के तरीके में अंतर है। सूरत में उत्पादन होता है और हमारे पास उत्पादन और निर्यात होता है।भले ही सूरत में एक नया एक्सचेंज शुरू किया गया है, लेकिन हमारी तरफ से एक भी उद्योग वहां स्थानांतरित नहीं हुआ है।

मुंबई में भारत डायमंड गुड्स के लोगों ने कहा कि हम किसी को शिफ्ट नहीं करेंगे| इसके विपरीत, हमारे यहां हीरा उद्योग बढ़ रहा है। हम अकेले मुंबई से भारत में 38 अरब रत्न और आभूषण निर्यात करते हैं। सूरत की हिस्सेदारी 12 फीसदी, जयपुर की हिस्सेदारी 3.11 फीसदी है| 97 प्रतिशत निर्यात अकेले मुंबई से होता है।

कोरोना काल में आठ माह तक बंद था निर्यात: कोरोना काल में आठ माह तक हमारा निर्यात बंद था|वर्ष 2020-2021 में हमारा निर्यात गिरकर 94 प्रतिशत रह गया। सूरत का 2 प्रतिशत निर्यात बढ़कर 7 प्रतिशत हो गया। मैंने उद्धव ठाकरे को भी पत्र लिखा था जो उस समय पूर्व मुख्यमंत्री थे।’ अंततः उन्होंने यह सहमति दे दी। हमने आठ महीने के लिए व्यापार बंद कर दिया, लेकिन कोरोना खत्म होने के बाद 2022-2023 और 2023-2024 में मुंबई में ये 97.13 फीसदी हो गई है|हमने मुंबई में जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क को जगह दी है|महापे में 20 एकड़ जमीन दी गयी है| हम देश में सबसे आधुनिक जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क बना रहे हैं। यह इटली और तुर्की के पार्कों के समान होगा।

मुंबई में एक विनिर्माण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है: मुंबई में एक विनिर्माण केंद्र स्थापित करने की तैयारी है। हम जो पार्क कर रहे हैं उसमें छूट दी जाती है|देश की सबसे बड़ी कंपनी मालाबार गोल्ड ने मुंबई में 1700 करोड़ का निवेश किया। तनिष्क ने भी हममें निवेश किया है|टर्किश डायमंड बोर्स ने भी मुंबई आने की पुष्टि की है। हमारे प्रधानमंत्री ने 2030 तक हीरा व्यापार को 75 मिलियन डॉलर तक ले जाने की घोषणा की है।

इसका मुख्य लाभ महाराष्ट्र और मुंबई को होगा। दूसरे राज्य भी कोशिश करेंगे लेकिन मुंबई पर इसका कोई असर नहीं है|मुंबई का मुकाबला कोई नहीं कर सकता|इसलिए इस डर को दूर कर दीजिए कि मुंबई के उद्योग सूरत चले जाएंगे। ये बात देवेन्द्र फड़नवीस भी कह चुके हैं|
 
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