उप मुख्यमंत्री ने फ्लोर टेस्ट के बाद कहा कि राजनीति में विरोधियों की आवाज सुनने के लिए सभी को तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि सोशल मीडिया पर आलोचना करने से लोगों को जेल में डाल दिया गया। हमे अपने बोलने वालों के खिलाफ हमेशा तैयार रहना चाहिए। इसका हमें उचित तरीके से जवाब दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैंने एक बार कहा था कि मै दोबारा आउंगा। जिसका कई लोगों ने मजाक उड़ाया था। मै वापस आया हूँ, लेकिन मै एकनाथ शिंदे को साथ लाया हूं।उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों से बदला लूंगा, मैं उन्हें माफ़ कर दूंगा। राजनीति में हर बात को गंभीरता से नहीं लिया जाता है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री बनने पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मै घर भी बैठ सकता था, लेकिन, उसी पार्टी ने मुझे सीएम बनाया। उसी के आदेश पर उपमुख्यमंत्री बना। उन्होंने कहा कि इस सरकार में कभी सत्ता के लिए संघर्ष नहीं होगा।