विधानसभा चुनाव में महायुति को बहुमत मिला, जबकि महाविकास अघाड़ी को हार का सामना करना पड़ा|विधानसभा में बड़ी सफलता के बाद महागठबंधन राज्य में सरकार बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है| लेकिन फैसले के आठ दिन बाद भी गठबंधन सरकार नहीं बन पाई| सरकार बनाने को लेकर राजनीतिक हलचलें चल रही हैं| ऐसे में मुख्यमंत्री पद का भार आखिर किसके गले पड़ेगा? यह भी नहीं बताया गया है| इसलिए कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है|
चर्चा है कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महायुति से राज्य का गृह मंत्रालय मांगा है| इसमें शिंदे सतारा स्थित अपने गांव में हैं| यह भी कहा जा रहा है कि वह इस वजह से परेशान हैं। इसमें उपमुख्यमंत्री पद के लिए श्रीकांत शिंदे के नाम की भी चर्चा हो रही है|
इस बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज दारेगांव से इन सभी घटनाक्रमों पर टिप्पणी की है| मीडिया से बात करते हुए एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री पद के लिए श्रीकांत शिंदे के नाम पर भी चर्चा कर रहे हैं? जब उनसे इस पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सुझावात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि अभी भी इस पर चर्चा चल रही है|
एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?: उपमुख्यमंत्री पद के लिए श्रीकांत शिंदे के नाम की चर्चा? जब एकनाथ शिंदे से ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘अभी चर्चा चल रही है| आप (मीडिया) चर्चा कर रहे हैं| आपकी (मीडिया) चर्चाएं ज्यादा हैं| तो मैं आपको इतना ही बता दूं कि ये सब चर्चाएं हैं| हमारी अमित शाह से चर्चा हुई| इसके बाद हम तीनों (एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फड़णवीस, अजित पवार) के बीच बैठक होगी| इस बैठक में हमारे फायदे और नुकसान पर चर्चा की जाएगी”।
क्या शिवसेना ने गृह मंत्रालय मांगा है?: क्या शिवसेना गृह खाता चाहती है? इस बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा, ”इन सभी चीजों पर चर्चा की जाएगी| चर्चा से कई बातें निकल कर सामने आएंगी| साथ ही इससे कई चीजें निकलेंगी| हमें जनता ने चुना है| एकनाथ शिंदे ने कहाहमने उन लोगों से जो वादे किये थे| हम लोगों के प्रति प्रतिबद्ध हैं| इसलिए यह महत्वपूर्ण नहीं है कि हमें और उन्हें क्या मिलता है, बल्कि हम लोगों के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं वह कर रहे हैं”।
लोगों की मांग कि आप मुख्यमंत्री बनें: क्या आपको मुख्यमंत्री बनना चाहिए? लोगों की ऐसी मांग है इस सवाल पर एकनाथ शिंदे ने कहा, ”जाहिर है कि एक आम आदमी के तौर पर मैंने जो काम किया वह लोगों के मन में है| मैं कहता था कि मुख्यमंत्री नहीं, आम आदमी| चूँकि मैंने एक आम आदमी के रूप में काम किया है, इसलिए स्वाभाविक रूप से ऐसी भावनाएँ आम लोगों की होती हैं। मुख्यमंत्री के रूप में मेरे नेतृत्व में भी चुनाव हुए। दोनों उपमुख्यमंत्री सही थे| साथ ही सभी सहकर्मी सही थे| यह एक बड़ी कामयाबी थी।
हालांकि, इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। शिंदे ने कहा, इसलिए मैंने पिछले हफ्ते एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और स्पष्ट कर दिया कि मुख्यमंत्री पद पर फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह करेंगे।
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