महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने रविवार (१० अगस्त) को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अगर उनके पास सबूत है तो वे अदालत या चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाएं, न कि सार्वजनिक मंचों पर निराधार बयान दें। शिंदे ने कहा कि ऐसे आरोप लगाकर विपक्ष ने महाराष्ट्र की जनता का अपमान किया है।
एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शिंदे ने कहा, “अगर उनके पास सबूत हैं तो वे कोर्ट या चुनाव आयोग में जाएं। बेबुनियाद आरोप लगाकर उन्होंने महाराष्ट्र के नागरिकों का, जिन्होंने महायुति (भाजपा, शिवसेना और एनसीपी गठबंधन) को चुना है, और हमारे भाई-बहनों, किसानों तथा प्रदेश की जनता का अपमान किया है।”
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार (7 अगस्त)को कर्नाटक की एक लोकसभा सीट के मतदाता सूची के विश्लेषण का हवाला देते हुए भाजपा और चुनाव आयोग पर बड़े पैमाने पर आपराधिक धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। अगले दिन उन्होंने दावा किया कि कम से कम तीन राज्यों में लोकसभा वोट चोरी हुए हैं। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणामों को भी इसी संदेह का प्रमाण बताया था। राहुल गांधी और उनके समर्थन इन आरोपो को लेकर एटम बम गिराने का दवा कर रहें है। साथ ही भाजपा और चुनाव आयोग के बीच साठगांठ का आरोप लगाया था।
राहुल गांधी के आरोपों के बाद कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारियों ने उनसे अपील की कि वे उन मतदाताओं के नाम और सबूतों के साथ एक शपथपत्र पेश करें जिन्हें वह गलत प्रविष्टियों वाला बता रहे हैं, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। शुक्रवार (8 अगस्त) को चुनाव आयोग ने राहुल गांधी पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहले ही निपटाए जा चुके पुराने आरोपों को दोहराने का आरोप लगाया और कांग्रेस नेता से या तो गलत प्रविष्टियों के संबंध में लिखित शपथपत्र देने या फिर माफी मांगने को कहा।
शिंदे ने कहा कि विपक्ष को तथ्यों के बिना जनता के जनादेश पर सवाल उठाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे लोकतांत्रिक संस्थाओं और मतदाताओं दोनों की गरिमा को ठेस पहुंचती है।
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