इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमरीका की सयुंक्त संसद में भाषण दिया है। इस भाषण के दौरान उन्होंने अमरीका में चल रहे ‘गे फॉर गाजा’ अर्थात तृतीयपंथियों का गाझा को समर्थन पर तेजी से चल रहे आंदोलन पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है की तृतीयपंथी का आंदोलन ‘गे फॉर गाजा’ ऐसा है जैसे की ‘चिकन फॉर KFC’, अर्थात तृतीयपंथियों का गाजा को समर्थन करना मुर्गी का बावर्ची को समर्थन करने के बराबर है।
अमरिका की वामपंथी विचारधारा में बड़ी संख्या में तृतीयपंथी लोग शामिल है। साथ ही इजरायल और हमास में छिड़ी जंग के बाद वामपंथी, इस्लामिस्ट और तृतीयपंथी समुदाय के गठजोड़ के अमरीका में इजरायल के ख़िलाफ़ आवाज उठाना शुरू किया है। इनका कहना है की अमरीका को इजरायल की मदद रोकनी चाहिए, साथ ही इजरायल को हमास के खिलाफ युद्ध रोकना चाहिए। इसी दरम्यान अमरीका के तृतीयपंथी समुदाय ने ‘गे फॉर गाझा’ अभियान भी छेड़ा है।
आपकों बता दें की गाजा में अपने को तृतीयपंथी बताना, घोषित करना मौत के मुँह में कूदने सामान है। गाजा में तृतीयपंथी होने या फिर समलैंगिक संबंध बनाने के लिए मृत्यु दंड है। साथ ही आतंकवादी संघटन हमास के तृतीयपंथी या समलैंगिक संबंध बनाने लोगों को ऊंची इमारतों से फेक कर उनकी हत्या करने के कई वीडिओ भी समाज माध्यमों में उपलब्ध है। गाझा में तृतीयपंथीयों पर होने वाले अत्याचारों से बचकर कई लोग इजरायल में भी शरण ले चुकें है, जहां इन्हे संपूर्ण स्वातंत्र्य और अधिकार दिए गए है।
वहीं दूसरी तरफ गलतफहमी, झूठे रिपोर्ट्स, नेरेटिव और प्रोपोगेंडा के चलते बड़ी संख्या में तृतीयपंथी समुदाय इजरायल का विरोध कर रहा है। इसीलिए इस बात को अमरीका की संयुंक्त संसद में उठाने से बहतर व्यासपीठ बेंजामिन नेतन्याहू को शायद ही मिलता। नेतन्याहू ने कहा अमरीका में तृतीयपंथी समुदाय द्वारा चल रहे आंदोलन में देख रहा हूँ और में कहना चाहता हूँ की ‘गे फॉर गाजा’, ‘चिकन फॉर KFC’ की तरह है। अपने भाषण के दौरान बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के आम इजरायली नागरिकों के साथ अपराध और दहशत का प्रकरण खोल कर रखा। इस भाषण में उन्होंने अमरीका और इजरायल के मित्रता पूर्ण संबंध और सहायता की सराहना की।
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