गुजरात चुनाव के पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने तमाम कयासों को धता देते हुए अंतोगत्वा भाजपा की सदस्यता ग्रहण किया है| उन्हें पार्टी के वरिष्ठ नेता सी आर पाटिल ने सदस्यता दिलाई|गत १८ मई को कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद ही अटकलें लगाई जा रही थी, लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद अब तमाम अटकलों पर विराम लग गया है|
बतादें कि वर्ष 2015 में पाटीदार आंदोलन से सुर्ख़ियों में रहे हार्दिक पटेल कांग्रेस पार्टी में गुजरात के कार्यकारी अध्यक्ष रहे| वर्ष 2019 में वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए| वही सबसे कम उम्र में ही वे पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बना दिए गए थे| भाजपा में शामिल होने से पहले हार्दिक पटेल ने गोपूजा की और आशीर्वाद लिया।
गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा का चुनाव इस वर्ष के अंत होने वाला है| हार्दिक पटेल ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया को गांधी को पत्र लेकर पार्टी की गतिविधयों और उसकी भूमिका पर भी सवाल उठाया था| उन्होंने अपने पत्र में कांग्रेस को अपने मार्ग से भटकने और विकास की बजाय सिर्फ विरोध की भूमिका में ज्यादा मुखर होने की बात कही, जिसका नतीजा आज सिर्फ विरोध तक ही सिमटती दिखाई दे रही है|
वही, कभी सीएम नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक रहे पूर्व कांग्रेस नेता पटेल ने गुरुवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने से पहले ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वे सिर्फ प्रधानमंत्री के एक ‘‘सिपाही’’ के तौर पर काम करेंगे और एक ‘‘नए अध्याय’’ काे आरंभ करेंगे। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि वे राष्ट्र, राज्य और जनहिताय के लिए कार्य करूंगा और नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूं।
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