अनिल देशमुख मेरे साथ सभी बैठकों में शामिल हुए|हालांकि, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दावा किया था कि वह हमारे साथ नहीं आए क्योंकि उन्हें मंत्री पद नहीं मिला। इस पर पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने जवाब दिया है| हसन मुश्रीफ भाजपा के साथ जाने के लिए मेरे घर पर पांच घंटे तक बैठे रहे। लेकिन, मैं किसी भी हालत में उन लोगों के साथ नहीं जाऊंगा जिन्होंने मुझे परेशान किया,” देशमुख ने समझाया।
अजित पवार ने क्या कहा?: अनिल देशमुख मेरे साथ सभी बैठकों में शामिल हुए। देशमुख ने कहा था कि मुझे कैबिनेट में जगह मिलनी चाहिए| लेकिन, भाजपा ने कहा कि, ‘हमने सदन में देशमुख पर आरोप लगाया है| अगर उन्हें तुरंत कैबिनेट में जगह दी गई तो हमारी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो जाएगा, इसलिए अनिल देशमुख को नहीं लिया जा सकता|
फिर,देशमुख का नाम मंत्री पद की सूची से हटा दिया गया। देशमुख ने कहा था, ‘अगर मेरे पास मंत्री पद नहीं है तो मैं आपके साथ नहीं आऊंगा।’अजित पवार ने कहा था, ‘यह काले पत्थर पर सफेद रेखा है।इस बीच अजित पवार के आरोपों का जवाब देने के लिए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस की| देशमुख ने अजित पवार के बयान पर सफाई दी है|
अनिल देशमुख ने कहा, भाजपा ने मुझे झूठे केस में धोखा दिया| इसलिए उनके साथ जाने का सवाल ही नहीं था| अगर मैं चाहूँ तो वे मुझे वह हिसाब देने को तैयार थे। साथ ही हसन मुश्रीफ भाजपा के साथ जाने के लिए मेरे घर पर पांच घंटे तक बैठे रहे| लेकिन, मैं उन लोगों के साथ किसी भी स्थिति में नहीं जाने वाला था जो मुझे परेशान कर रहे थे। साथ ही, मैं शरद पवार का साथ नहीं छोड़ने वाला था|
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