हेमंत सोरेन सदन में सोमवार को चौथी बार विश्वास प्रस्ताव पेश किया।विश्वास प्रस्ताव पर पक्ष-विपक्ष के बीच चर्चा के बाद मतदान होगा।झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राज्य विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया।झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने विश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए एक घंटे का समय आवंटित किया है।और उन्होंने सदन के समक्ष अपना बहुमत साबित किया|
हेमंत ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को 44 विधायकों का हस्ताक्षर युक्त समर्थन पत्र सौंपा है। हेमंत सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के साथ-साथ कांग्रेस, राजद, भाकपा माले का समर्थन प्राप्त है। विधायकों ने विश्वास मत हासिल करने का भरोसा भी जताया है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि यह आसान नहीं होगा।
हेमंत सोरेन ने पेश किया विश्वास प्रस्ताव: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदन में सोमवार को चौथी बार विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। झारखंड विधानसभा में अभी 76 सदस्य हैं और बहुमत साबित करने के लिए हेमंत को 39 मतों की आवश्यकता होगी और झामुमो, कांग्रेस, राजद के पास बहुमत से ज्यादा वोट हैं। बता दें कि झारखंड विधानसभा की 81 में से 5 जामा, शिकारापाड़ा, बाघमारा, हजारीबाग और मोहनपुर सीट खाली है।
4 जुलाई को सीएम पद की ली थी शपथ: बता दें कि हेमंत सोरेन ने अपने पूर्ववर्ती चंपई सोरेन के पद से हटने के एक दिन बाद, चार जुलाई को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में झारखंड उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन को 28 जून को जेल से रिहा कर दिया गया था। 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने से कुछ समय पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का फ्लोर टेस्ट के बाद पहला बयान सामने आया है। सीएम सोरेन ने कहा कि आज हम लोगों ने विश्वास प्रस्ताव सदन में रखा था। उस पर चर्चा हुई। सत्ता पक्ष और विपक्ष की स्थिति आपके सामने है। संवैधानिक प्रक्रिया को हमने 2019 से लगातार पालन किया है। आज फिर से सत्ता पक्ष की एकजुटता और मजबूती का परिचय आप सबको देखने को मिला।
सीएम सोरेन ने कहा कि सदन की पूरी कार्रवाई आपके सामने हुई। हम लोगों ने सदन में जो प्रस्ताव रखा था। उस पर सदन में चर्चा हुई। सत्ता पक्ष और विपक्ष की स्थिति आपके सामने है। 2019 से लेकर लगातार हमने संवैधानिक प्रक्रिया का मजबूती से प्रदर्शन किया है।
ईडी के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा का विरोध जारी: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमीन घोटाले से जुड़े मामले को लेकर लंबे समय तक जेल में रहे हैं। 5 महीने जेल में रहने के बाद हाल ही में उन्हें हाई कोर्ट से जमानत मिली है। जमानत मिलने के बाद सोरेन रिहा हुए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन में चौथी बार विश्वास प्रस्ताव हासिल किया है। इससे पहले हेमंत सोरेन दो बार उप मुख्यमंत्री और एक बार मुख्यमंत्री के रूप में कुल तीन बार विश्वास प्रस्ताव ला चुके हैं। तीनों बार उन्होंने सदन में बहुमत हासिल किया।
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