हेमंत सोरेन का मुख्यमंत्री का पद अयोग्यता के अधर में लटकने के साथ ही अब वहां सत्ता बरकरार रखने की कवायद तेज हो गई है| सोरेन ने सभी प्रमुख विधायकों की तत्काल बैठक बुलाई है| विधायक बैग लेकर इस बैठक में शामिल होने लगे हैं। इसी को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि सोरेन अपनी पार्टी के विधायकों को दूसरे राज्यों में पेड़ों और पहाड़ों को देखने के लिए भेजेंगे ?
सोरेन ने सुबह 11 बजे सभी विधायकों की बैठक बुलाई| इस बैठक में आए विधायकों की कारों में बैग व अन्य सामग्री के साथ नजर आये। झारखंड के यूपीए विधायकों को छत्तीसगढ़ भेजा जा सकता है। विधायकों को उन राज्यों में भेजे जाने की संभावना है, जहां यूपीए की मजबूत सरकार है।
हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद के जाने की संभावना है। खनन पट्टा मामले की जांच के बाद चुनाव आयोग ने झारखंड के राज्यपाल को अपनी रिपोर्ट भेज दी है. मुख्यमंत्री हेमंत को विधायक पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है. यानी उनके विधायक को रद्द करने की सिफारिश की गई है. सोरेन के आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की संभावना है।
सोरेन के बाद उनकी पत्नी के मुख्यमंत्री का पद संभालने की संभावना है। इससे सोरेन को एक बार फिर बहुमत साबित करना होगा। कुछ दिन पहले ईडी ने सोरेन के पास के ठिकानों पर छापेमारी की थी|
बता दें कि हेमंत सोरेन को रांची जिले के अंगड़ा प्रखंड में 0.88 एकड़ जमीन का खनन पट्टा मिला था| दस्तावेजों के मुताबिक हेमंत सोरेन ने 28 मई 2021 को आवेदन किया और 15 जून 2021 को मंजूरी मिल गई। इसके बाद 9 सितंबर को पर्यावरण विभाग से मंजूरी मांगी गई, जो 22 सितंबर को मिली। 11 फरवरी 2022 को बीजेपी ने राज्यपाल से मुलाकात कर शिकायत की. इसके बाद हेमंत सोरेन ने 11 फरवरी 2022 को खनन पट्टा वापस कर दिया था। लेकिन, उनका खनन का भूत अभी भी पीछे है|
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