अरे बाबा,तेरे बाजुओं में कितना बल है,पहले उसे देख,आखिर पाटिल ने राउत को क्यों फटकारा?

जिसका तुझे कोई डर नहीं,,उसके बारे में बार-बार क्यों बोलता है...

अरे बाबा,तेरे बाजुओं में कितना बल है,पहले उसे देख,आखिर पाटिल ने राउत को क्यों फटकारा?

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मुंबई। महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शिवसेना नेता संजय राउत पर पलटवार करते हुए खास कोल्हापुरी शैली में कड़ी टिप्पणी की है, ‘ अरे बाबा, जिसका तुझे कोई डर नहीं,,उसके बारे में बार-बार क्यों बोलता है।’ चंद्रकांत दादा ने यह टिप्पणी भाजपा द्वारा जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करने के लिए गए निर्णय पर संजय राउत ने दिए बयान को लेकर की है।

तेरे बाजुओं में कितना बल है,पहले उसे देख

संजय राउत के बयान, ‘ जन आशीर्वाद यात्रा निकालो या अन्य कोई यात्रा, जनता का आशीर्वाद हमें ही है ‘,, की जोरदार खबर लेते हुए चंद्रकांत पाटिल ने आगे कहा, ‘ तेरे बाजुओं में कितना बल है, पहले उसे देख !’

लोगों के मिले मत से नहीं बनी ठाकरे सरकार

इस दौरान चंद्रकांत दादा ने काँग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार के भी एक बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा,’ इस देश के लोकतंत्र की खूबसूरती यह है कि कोई भी किसी को कुछ बोल सकता है। इसलिए वह वडेट्टीवार का अपना मत है। आखिर, राजनीति में किसे मत मिलता है, किसकी सरकार बनती है, सब-कुछ इसी पर निर्भर करता है। आपकी सरकार लोगों के मिले मत से नहीं बनी, गिमिक करके सत्तसीन हुए हैं आप ! मोदी लोगों के मिले मत से सत्ता के शिखर पर विराजे हैं, आपके लाख बोलने से मोदी कुछ नहीं बिगड़ता, क्योंकि देश की जनता उनके साथ है। उन्होंने चिकोटी भरते हुए कहा, ‘ वडेट्टीवार देश के नागरिक हैं, इसलिए उन्हें अपने मत प्रदर्शन का अधिकार है। मोदी देश को आगे ले गए अथवा गड्ढे में, यह जनता तय करेगी और मतपेटियों के जरिए यह दिख भी रहा है।’

रुटीन दिल्ली दौरा था यह

चंद्रकांत पाटिल ने बताया, यह रूटीन दौरा था। हम बारंबार दिल्ली जाते रहते हैं। नेक्स्ट जनरेशन को खड़ा करना चाहिए और इसी उद्देश्य से हमारा काम चल रहा है।लिहाजा राम शिंदे, संजय कुंटे, चंद्रशेखर बावनकुले आदि सबको लेकर हम दिल्ली में थे। मंत्रियों से मुलाक़ात और विभागवार कामकाज समझने के लिए यह दौरा था। मोदी-शाह के सिवा सबसे भेंट हुई। संसद के सत्र के चलते मोदी और शाह से भेंट नहीं हो सकी’ , जानकारी देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि इस दौरे का राज्य में सत्तांतर से कोई लेना-देना नहीं।

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