हिमानी नरवाल हत्याकांड: कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या से हील गया हरियाणा, मृतक की मां का कांग्रेस पर आरोप!

सूटकेस में मिला 22 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्त्ता का शव, कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से थे करीबी रिश्ते।

हिमानी नरवाल हत्याकांड: कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या से हील गया हरियाणा, मृतक की मां का कांग्रेस पर आरोप!

Himani Narwal murder case: Haryana shocked by the murder of a Congress worker, deceased's mother blames Congress!

22 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की नृशंस हत्या ने हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य को झकझोर कर रख दिया है। शुक्रवार (28 फरवरी) को रोहतक-दिल्ली राजमार्ग पर सांपला बस स्टैंड के पास एक सूटकेस में उसका शव मिला था। इस हत्याकांड प्रदेश कांग्रेस के बीच चिंताएँ बढ़ाई हैं, दरसल मृतक हिमानी नरवाल राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा के समय दिख चुकी है। दौरान राजनीतिक नेताओं और मृतक के परिवार ने गहन जाँच की माँग की है।

दरअसल राहगीरों ने रोहतक-दिल्ली राजमार्ग के पास एक संदिग्ध सूटकेस पाकर पुलिस को सूचित किया। पहुँचने पर, कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ मिलकर सूटकेस खोला और एक महिला का बेजान शरीर पाया, जिसके गले में दुपट्टा था और हाथों में मेहंदी लगी हुई थी। सूटकेस और मृत शरीर की संदिग्ध अवस्था से स्पष्ट किया गया है की हत्या पूर्व नियोजित थी। प्राथमिक जांच में मृतक की पहचान सोनीपत के कथूरा गांव की एक प्रमुख कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल के रूप में हुई।

बता दें की हिमानी नरवाल हरियाणा कांग्रेस में उभरती कार्यकर्ता थी। उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सक्रिय रूप से भाग लिया था। साथ ही हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा सहित वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ मिलकर काम किया था। पार्टी के भीतर उनके बढ़ते प्रभाव ने उसे राजनीतिक हलकों में एक जानी-मानी हस्ती बनाया था। साथ ही जानकारी के अनुसार हिमानी दीपेंद्र हुड्डा की पत्नी आशा हुड्डा की बेहद करीबी थीं।

हिमानी की मां सविता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी ने कांग्रेस पार्टी के लिए अपनी जान जोखिम में डाली। उसने अपनी पढ़ाई को किनारे रख दिया और पिछले 10 सालों से पार्टी के लिए काम कर रही थी। हिमानी की मां ने कहा, “लेकिन आखिरकार पार्टी और चुनाव ने ही उसकी जान ले ली। अंदर से पैदा हुई उसकी दुश्मनी ही उसकी मौत का कारण बनी,” जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें किसी पर शक है, तो उन्होंने कहा, “मुझे उन लोगों पर शक है जिनके साथ वह हमेशा रहती थी, पार्टी के आयोजनों में शामिल लोग। और कौन हो सकता है?”

उन्होंने आगे बताया कि उनकी बेटी ने उनसे कहा था कि दुश्मनी पार्टी के भीतर से ही पैदा हुई है, क्योंकि उसके सहयोगी “यह स्वीकार नहीं कर पा रहे थे कि वह इतनी कम उम्र में इतनी आगे कैसे बढ़ गई।” हिमानी की मां ने मीडिया को बताया कि उन्होंने आखिरी बार 27 फरवरी की रात को रोहतक से दिल्ली लौटने के बाद हिमानी से बात की थी।

मृत कांग्रेस कार्यकर्ता ने मां से 28 फरवरी को एक कार्यक्रम के कारण उसकी कॉल अटेंड न कर पाने की बात की थी।  उसने अपनी मां को भरोसा दिलाया था कि वह घर आने के बाद फिर कॉल करेगी, लेकिन 28 तारीख को उसने फोन नहीं किया, जब उसकी मां ने उसे कॉल करने की कोशिश की तो फोन स्विच ऑफ था। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी बेटी से बहुत उम्मीदें हैं। हिमानी की मां ने कहा, “अगर मेरी बेटी को न्याय नहीं मिला तो मैं उसका अंतिम संस्कार नहीं करूंगी। मैं न्याय की मांग करती हूं।” उन्होंने सवाल उठाया कि जब राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव हो रहे हैं, तब ऐसा अपराध कैसे हो सकता है। हिमानी की मां ने कांग्रेस नेताओं पर उनसे संपर्क न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “न तो कोई हमारे घर आया और न ही हमसे फोन पर संपर्क किया।”

हिमानी के भाई जतिन ने घटना के बारे में मीडिया से कहा कि जिस कॉलोनी में हिमानी रहती थी, वहां बहुत सारे सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है, जिस सूटकेस में हिमानी की लाश मिली वह उसके घर का ही था। हिमानी के भाई का कहना है की अगर प्रशासन को अपराधियों को पकड़ना होता तो अब तक पकड़ लेते। मेरा मानना ​​है कि प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा है। साथ ही जतिन ने कांग्रेस नेताओं पर यह भी आरोप लगाया कि वे उनसे या उनकी मां से संपर्क नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मेरी मां ने खुद आशा हुड्डा को फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। कल रात कांग्रेस पार्टी की सिर्फ़ दो महिलाएँ आईं। लेकीन कोई और हमसे मिलने या फोन करने के लिए आगे नहीं आया।”

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे “बर्बर हत्या” और “राज्य में कानून-व्यवस्था पर धब्बा” बताया। उन्होंने दोषियों को त्वरित न्याय और कड़ी सज़ा सुनिश्चित करने के लिए उच्च-स्तरीय और निष्पक्ष जाँच की माँग की है।

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कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ इलाके के सीसीटीवी फुटेज का सावधानीपूर्वक विश्लेषण कर रही हैं और संभावित सुरागों का पता लगाने के लिए पीड़ित के कॉल रिकॉर्ड की जाँच की जा रही हैं। अधिकारियों को संदेह है कि हत्या की योजना बेहद सावधानीपूर्वक बनाई गई थी और वे अपराधियों की गिरफ़्तारी के लिए किसी भी लिंक को उजागर करने के लिए काम कर रहे हैं।

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