BJP जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में ऐसे दर्ज की ऐतिहासिक जीत, जानें सबकुछ  

BJP जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में ऐसे दर्ज की ऐतिहासिक जीत, जानें सबकुछ  

लखनऊ। भाजपा ने यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद अब विधानसभा चुनाव पर नजर गड़ा दी है बीजेपी ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में 75 में से 67 भाजपा ने कब्ज़ा जमाया है। जबकि समाजवादी पार्टी ने केवल 6 सीटें ही जीत पाई है। अन्य के खाते में चार हैं। अब इसके विश्लेषण में सामने आया है कि भाजपा ने जमीनी स्तर के नेताओं को कितनी अहमियत दी थी। मंडल कमेटी से लेकर सांसदों और विधायकों को भी इस चुनाव में लगा दिया था। बीजेपी ने चुनावी प्रबंधन बड़ी योजनाबद्ध तरिके से की थी। इस चुनव के लिए ही नहीं विधानसभा चुनाव को हुए पार्टी ने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया था।

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को बीजेपी विधानसभा चुनाव 2022 के सेमीफाइनल के रूप में देख रही थी। इसी का नतीजा है कि पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इसी  के साथ पार्टी विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। पूरी योजना के साथ पार्टी संगठन मिशन 2022 में जुटा है। इस चुनाव में सफलता के लिए पार्टी ने जिस तरीके से संगठन की टीम को क्षेत्र में लगाया वह अचूक निकला। मंडल अध्यक्ष, विधायक, सांसद, जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष सबकी जिम्मेदारी तय थी। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन का जिम्मा पार्टी ने जिले से नीचे मंडलीय कमेटियों को सौंपी थी। सदस्य चुनाव के लिए मंडल कमेटी से नाम जिला कमेटी को आए और जिला कमेटी से नामों की सूची क्षेत्रीय संगठन तक पहुंचा। क्षेत्रीय संगठन से हर वार्डवार सूची तैयार कर प्रदेश मुख्यालय को भेजी गई।
तीन-चार दिनों तक प्रदेश मुख्यालय पर वार्ड सदस्य के एक-एक प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा के बाद प्रत्याशियों की घोषणा की गई।जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में पार्टी ने जिला कमेटी को अधिक जिम्मेदार बनाया था। वार्ड सदस्य चुनाव के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए प्रत्याशी चयन में भी जिलों की अहम भूमिका रही। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल लगातार जिलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर फीडबैक लेने के साथ ही आवश्यक निर्देश देते रहे।

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