नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में हुए हिंसा पर सख्त नजर आ रहा है। गृह मंत्रालय ने एक फिर बंगाल सरकार को राज्य में हुई घटनाओं की रिपोर्ट देने को कहा है। गृह मंत्रालय ने राज्य को इस संबंध में दूसरी बार पत्र भी लिखा है। वहीं कहा जा रहा है कि राज्य में हिंसा की घटनाएं नहीं रुकी हैं।इन घटनाओं रोकने के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाये गए हैं। घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए।केंद्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजने की सूरत में इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। और इसका मतलब ये है कि राज्य सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने की लिए अभी तक कोई प्रयास नहीं किये हैं।
बुधवार को भेजे गए दूसरे पत्र में गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को याद दिलाया है कि पिछले दिनों राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा पर तत्काल रिपोर्ट देने को कहा गया था लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं भेजी गई है है। बीजेपी चीफ जेपी नड्डा का दावा है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में हुई हिंसा में कम से कम 14 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई जबकि एक लाख के करीब लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। बीजेपी चीफ ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी कारण उनकी इन घटनाओं में संलिप्तता होने पुष्टि करती है।