उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुलासा कर बताया कि महाकुंभ उत्सव ने राज्य की अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा दिया है। उन्होंने अनुमान बताया कि इस आयोजन ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में ₹3 लाख करोड़ का योगदान दिया। बता दें की महाकुंभ के पर्व में लगभग 50-55 करोड़ लोगों ने भाग लिया। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ लखनऊ में 114 इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसी अवसर पर नेताओं ने जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने इसकी जानकारी दी।
सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि आलोचक ₹5000-6000 करोड़ के खर्च पर सवाल उठाते हैं, जबकि कुंभ के आयोजन के लिए सीधे तौर पर केवल ₹1500 करोड़ का इस्तेमाल किया गया। शेष राशि प्रयागराज शहर के समग्र पुनर्विकास के लिए आवंटित की गई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर इस निवेश से 3 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक वृद्धि होती है, तो यह पूरी तरह से उचित है।
आर्थिक लाभों पर प्रकाश डालते हुए, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ पर्व ने यूपी की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है, लाखों भक्तों को आकर्षित किया है और पर्यटन से ही राजस्व उत्पन्न भी हुआ है । उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के तहत, तीर्थ स्थल जो कभी दुर्गम थे, अब भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं।
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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि अकेले महाकुंभ ने प्रयागराज की जीडीपी वृद्धि में 3 लाख करोड़ रुपये का योगदान दिया। उन्होंने पर्यटन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में 49% निवेश सीधे रोजगार पैदा करता है, जिससे टैक्सी चालकों, रिक्शा चालकों और स्थानीय व्यवसायों को लाभ होता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए शहर को बदलने और इसके विकास को आगे बढ़ाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ और नितिन गडकरी की सराहना की।