महाराष्ट्र और देश में महंगाई और बेरोजगारी बड़ी चुनौती है|भारी बारिश से नुकसान हुआ है|महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति है|राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इन सभी सवालों को नजरअंदाज कर बाघ के पंजे को महत्व दिया जा रहा है|
सुप्रिया सुले ने कहा कि जिस तरह इतिहासकारों ने वाघनखा पर अपना रुख रखा है, उस पर सरकार को चर्चा करनी चाहिए|सुप्रिया सुले जब नागपुर आईं तो मीडिया से बात कर रही थीं| NCP में कोई फूट नहीं है, देश का बच्चा-बच्चा भी जानता है कि शरद पवार NCP हैं| पार्टी को शरद पवार ने बनाया है|
सुप्रिया सुले ने कहा कि साइन को इधर-उधर करने का सवाल ही नहीं उठता| मुझे नहीं पता कि सरकारी नौकरियों में कितने लोग हैं|राज्य में ट्रिपल इंजन की सरकार है और उन्हें इसका जवाब देना चाहिए|आँकड़े कौन लेकर आया? डेटा सरकार का है|सुले ने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी जा सकती है, लेकिन सरकार जवाब तक नहीं दे रही है|
सरकार संवेदनहीन है. किसानों की कमर तोड़ने का पाप अगर कोई कर रहा है तो वह राज्य और केंद्र सरकार है। सुप्रिया सुले ने आलोचना करते हुए कहा कि उनके पास किसानों के लिए समय नहीं है, लेकिन पार्टी और नेताओं को तोड़ने में अपना समय बिताते हैं|
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