पाकिस्तान में इन दिनों हालत ख़राब चल रहे है, इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता इस्लामाबाद की सड़कों पर उतरकर कोहराम मचा रहे थे। हालात बिगड़ जाने से पाकिस्तान में आने वाला एससीओ समिट फंस न जाए इस डर पाकिस्तान आर्मी ने खुद मोर्चा संभाला है। हालात इतने गंभीर हो गए की अमेरिका ने पाकिस्तान में मौजूद अपने नागरिकों को विरोध प्रदर्शनों से दूर रहने की सलाह दे दी।
पाकिस्तान के सबसे लोकप्रिय नेता और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पाकिस्तानी आर्मी ने जेल में डाला है, जिसके कारण पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के नेतृत्व में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थक प्रदर्शन में भाग लेने के लिए डी-चौक पर पहुंचे गए हैं। दरम्यान शनिवार को पाकिस्तानी सेना को विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर आंसू गैस के गोले दागते हुए देखा गया।
पाकिस्तान में 15-16 अक्तूबर को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ समिट) का शिखर सम्मेलन होने जा रहा है, जिसमें कई देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इंटरनेशनल मीडिया की नजर इस समय पाकिस्तान पर ही है। ऐसे में इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर अपनी आवाज आंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाना चाहते हैं।
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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थक पिछले काफी समय से इमरान खान की रिहाई की मांग कर रहे हैं। दरम्यान इमरान खान ने सरकार के आह्वान के बावजूद प्रदर्शन को स्थगित करने से इनकार कर दिया है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार मुहम्मद अली सैफ ने ‘जियो न्यूज’ को बताया कि राजधानी में खान की पार्टी के प्रदर्शन से निपटने के लिए सेना की टुकड़ियों को तैनात किया गया, जिन्होंने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गॅस के गोले दागे।