ईडी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साले श्रीधर पाटणकर पर कार्रवाई किया है| ईडी ने उसके श्री साईंबाबा गृहनिर्माण प्रा.लि. कंपनी पर मंगलवार को कार्रवाई की| इस कार्रवाई में नीलांबरी प्रोजेक्ट से जुड़े 11 फ्लैट्स सील किए गए हैं| ईडी के अनुसार जप्त की गयी संपत्ती का मूल्य 6.45 करोड़ के आसपास बताई गयी है|
इस मामले के बाद ईडी की कार्रवाई के बाद कंपनी और व्यक्ति का नाम का खुलासा भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा आज पत्रकार परिषद के दौरान किया गया| नीलांबरी योजना ठाणे, श्री साईंबाबा गृहनिर्माण प्रा. लि. श्रीधर माधव पाटणकर, पुष्पक बुलियन, महेश पटेल, चंद्रकांत पटेल, पुष्पक रियालिटी डेवलेपर, नंदकिशोर चतुर्वेदी और हम सफर डीलर प्रा.लि.आदि नामों का उजागर किया गया है|
पुष्पक बुलियन मामले में “ईडी” ने यह कार्रवाई किया है| इससे पहले ईडी ने 6 मार्च 2017 को पुष्पक बुलियन व समूह कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया था| इस मामले में “ईडी” ने पुष्पक बुलियन के 21 करोड़ 46 लाख रूपये की संपत्ति जप्त किया| उक्त मामले जांच के दौरान श्रीधर पाटणकर श्री साईंबाबा गृह निर्माण प्रा लि. की कंपनी से 30 करोड़ रूपये का लेनदेन किये जाने की पुष्टी ईडी द्वारा किया गया| इसके बाद इस कंपनी की संपत्ति को जप्त ईडी ने जप्त किया है|
पुष्पक समूह में महेश पटेल, चंद्रकांत पटेल और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं। पुष्पक रियल्टी में से निवेश रकम महेश पटेल की ओर से नंदकिशोर चतुर्वेदी के माध्यम से निकालने का मामला भी प्रकाश में आया है| पुष्पक रियल्टी डेवलेपर्स द्वारा बिक्री के नाम पर 20 करोड़ दो लाख रूपये नंदकिशोर चतुर्वेदी के अधीन संस्थाओं को दिया|
कई फर्जी कंपनी भी नंदकिशोर चतुर्वेदी द्वारा संचालित किया जा रहा था इन्हीं में हम सफर प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के माध्यम से श्री साईबाबा गृह निर्माण प्रा.लि. कंपनी से 30 करोड़ रुपए कर्ज के तौर पर मिले थे| कर्ज के लिए कोई शर्त नहीं रखी गई थी| ईडी का आरोप है कि श्री साईबाबा गृह निर्माण प्रा लि कंपनी द्वारा गृह निर्माण में रकम का गैर व्यवहार किया गया था|
इस दौरान उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे और पत्नी रश्मि ठाकरे की ओर से वर्ष 2014 में कोमो स्टॉक प्रापर्टी कंपनी बनायी गयी| इस कंपनी में वर्ष 2019 हवाला किंग नंदकिशोर चतुर्वेदी का स्वामित्व था|कंपनी में 30 करोड़ रूपये श्रीधर पाटणकर का लगाये जाने का दावा किरीट सोमैया द्वारा कागज पत्र दिखाया गया|
नोट बंदी के समय 285 किलो सोना खरीदी मामले में ईडी ने वर्ष 2017 में पुष्पक बुलियन पर मामला दर्ज किया था| पुष्पक बिलियन प्रा लिमिटेड कंपनी के चंद्रकांत पटेल की ओर से नवबंर- दिसंबर वर्ष 2016 में नोटबंदी के समय बड़े पैमाने पर सोना खरीदी किया गया था, जिसकी कीमत 84 करोड़ रूपये के आसपास आंकी गयी है|
इस मामले की जांच में पीहू गोल्ड और साटम ज्वेलर्स के खाते से 41 दिनों के अंदर बड़े पैमाने पर जमा करने का भी खुलासा हुआ था| पुष्पक बुलियन के बैंक के खाते में नो प्रॉफिट संपत्ति घोषित किया था, जबकि बाद में खाते से व्यवहार करने का आरोप भी है|
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