राज्य में दशहरा सभा को लेकर सियासत गरमा गई है| मुंबई नगर निगम ने अभी तक शिवसेना को दशहरा सभा के लिए अनुमति नहीं दी है। यह विवाद अब बॉम्बे हाई कोर्ट तक पहुंच गया है। इस बीच इस दशहरा सभा में तेजस ठाकरे के राजनीति में उतरने की संभावना है। इसलिए राज्य की राजनीति में एक और ठाकरे के प्रवेश को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि इस संबंध में खुद आदित्य ठाकरे ने सफाई दी है।
दशहरा सभा के लिए शिवसेना द्वारा एक पोस्टर प्रकाशित किया गया था। जैसा कि इस पोस्टर पर तेजस ठाकरे के साथ बालासाहेब ठाकरे, उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की तस्वीरें हैं, चर्चा थी कि तेजस ठाकरे दशहरा मेले के मौके पर राजनीति में प्रवेश करेंगे। आदित्य ठाकरे ने इसे समझाया है।आदित्य ठाकरे ने कहा कि तेजस ठाकरे राजनीति में नहीं आएंगे हैं। इस पर किसी को विश्वास नहीं करना चाहिए। तेजस ठाकरे वर्तमान में अपने वन्यजीवों के काम में व्यस्त हैं|
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के समूह ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, जबकि शिवाजी पार्क में दशहरा मेला की मेजबानी कौन करेगा, यह सवाल अनुत्तरित है। इसने शिवाजी पार्क में एकत्र होने की अनुमति मांगने वाले अपने आवेदन पर भी निर्णय की मांग की है। ठाकरे समूह ने वकील जोएल कार्लोस की ओर से यह याचिका दायर की है।
यह याचिका बुधवार को न्यायमूर्ति रमेश धानुका और न्यायमूर्ति कमल खता की पीठ के समक्ष पेश की गई। साथ ही, मुंबई नगर निगम हमें अनुमति देने की संभावना नहीं है। इसलिए, हम मांग करते हैं कि मुंबई नगर निगम को हमारे आवेदन पर तत्काल निर्णय देने का आदेश दिया जाए। इसलिए कोर्ट से याचिका पर तुरंत सुनवाई करने का अनुरोध किया गया।