लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला। लेकिन एनडीए सत्ता में आ गया| इसके बाद त्रिपुरा में स्थानीय निकायों के चुनाव हो रहे हैं| इस चुनाव में भाजपा को जबरदस्त सफलता मिल रही है| राज्य की 71 सीटों पर भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं|त्रिपुरा में कुल 6889 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई| भाजपा को बिना चुनाव लड़े 4805 सीटों पर सफलता मिली है| राज्य में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव हो रहे हैं|
भाजपा के 4,550 उम्मीदवार जीते: राज्य चुनाव आयोग के सचिव असित कुमार दास ने कहा कि भाजपा ने ग्राम पंचायत की 6,370 सीटों में से 4,550 सीटें जीती हैं। चूंकि यहां कोई प्रतिद्वंदी उम्मीदवार नहीं है इसलिए भाजपा उम्मीदवार को विजेता घोषित किया गया है| राज्य की 71 फीसदी सीटों पर वोटिंग नहीं होगी| भाजपा ने 1,819 ग्राम पंचायतों में से 1,809 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं| सीपीआई (एम) ने 1,222 और कांग्रेस ने 731 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा की सहयोगी टिपरा मोथा पार्टी ने 138 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं|
जिला परिषद में भाजपा को सफलता: पश्चिमी त्रिपुरा जिले की महेशखला पंचायत की एक सीट पर नहीं होगा मतदान| इस जगह पर भाजपा उम्मीदवार की मौत के कारण चुनाव प्रक्रिया रद्द कर दी गई है| राज्य की 423 पंचायत समितियों में से 235 पंचायत समितियां निर्विरोध चुनी गई हैं| यह कुल जगह का 55 प्रतिशत है| अब राज्य में सिर्फ 188 सीटों पर ही मतदान होगा| राज्य की 116 जिला परिषदों में से 20 सीटें निर्विरोध हो गई हैं। उस जगह पर भाजपा उम्मीदवार की जीत हुई है| ये कुल सीटों का 17 प्रतिशत हैं|
त्रिपुरा में स्थानीय निकायों के लिए मतदान 8 अगस्त को होगा|आवेदन वापस लेने की अंतिम तिथि 22 जुलाई थी|इसके बाद तस्वीर साफ हो गई है| वोटों की गिनती 12 अगस्त को मतदान स्थल पर होगी|पिछले स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा ने 96 प्रतिशत सीटें जीती थीं|
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