भारत ने किरिबाती को छह बिस्तरों वाली कंटेनर आधारित डायलिसिस यूनिट की खेप भेजी है, जिससे इस प्रशांत द्वीप देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूती मिलेगी। यह सहायता भारत द्वारा प्रशांत द्वीप देशों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को निभाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विदेश मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, “प्रशांत द्वीप समूह परिवार के साथ खड़े होकर – किरिबाती की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करना। ‘एफआईपीआईसी III शिखर सम्मेलन’ में की गई भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए: छह-बेड वाली कंटेनर-बेस्ड डायलिसिस यूनिट की एक खेप मुंद्रा पोर्ट से तरावा, किरिबाती के लिए रवाना हुई।”
मई 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे ने पोर्ट मोरेस्बी में फोरम फॉर इंडिया पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (एफआईपीआईसी) के तीसरे शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी की थी। यह मंच भारत और 14 प्रशांत द्वीप देशों को जोड़ता है, जिसमें कुक आइलैंड्स, फिजी, मार्शल आइलैंड्स, फेडरेटेड स्टेट्स ऑफ माइक्रोनेशिया, नाउरू, पलाऊ, समोआ, सोलोमन आइलैंड्स और टोंगा जैसे देश शामिल हैं।
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भारत पहले भी किरिबाती को स्वास्थ्य सहायता दे चुका है। 2022 में, कोविड-19 के प्रकोप से निपटने में मदद के लिए भारत ने पीपीई किट, दवाएं और चिकित्सा आपूर्ति भेजी थी। इसमें पल्स ऑक्सीमीटर, सर्जिकल मास्क, एन-95 मास्क, दस्ताने और अन्य आपातकालीन स्वास्थ्य सामग्री शामिल थी। भारत द्वारा यह निरंतर सहयोग इस बात का प्रमाण है कि वह वैश्विक स्वास्थ्य सहायता और मानवीय सेवाओं में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।